रामगढ़: झारखंड में सरकारी कर्मचारियों की आशिकी नित नई सुर्खियां बटोर रहीं हैं. चतरा में बीते दिन इश्कबाज BDO की पिटाई का मामला लोग भूल नहीं पाए थे कि अब रामगढ़ के दरोगाजी आशिकी में हवालात में पहुंच गए. पतरातू थाना क्षेत्र के एक गांव में सोमवार रात इश्क फरमाने प्रेमिका के घर पहुंचे दारोगाजी पकड़ लिए गए. इससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया. उनकी लोगों ने जमकर पिटाई की. बाद में सूचना पर पहुंची पुलिस उन्हें थाने ले आई. इधर, स्टाफ का मामला सामने आते ही पुलिस ने मामला रफा-दफा करने की कोशिश की तो महिलाओं ने घेराव कर दिया. वे आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही हैं.

दरअसल, धनबाद जिले में पदस्थापित दारोगा सत्येंद्र पाल देर रात अपनी प्रेमिका से मिलने उसके घर पहुंचा था. घटना के वक्त महिला का पति एक कंपनी में रात्रि पाली की ड्यूटी पर गया था. महिला के कमरे में आवाज आई तो चोर समझकर महिला के देवर ने शोर मचा दिया. स्थानीय लोग पहुंचे तो दोनों आपत्तिजनक स्थिति में मिले. इसके बाद परिवार और स्थानीय लोगों ने दरोगा की जमकर पिटाई की और पतरातू थाना पुलिस को सौंप दिया. पुलिस युवक को थाने लेकर आई तो पता चला कि वह दारोगा है और धनबाद जिले में कार्यरत है. इस पर पुलिसकर्मियों का रुख नर्म हो गया. इधर, मामले की लीपापोती होते देख स्थानीय महिलाएं भड़क गईं और थाने के आगे प्रदर्शन करने लगीं. महिलाएं आरोपी को जेल भेजने की मांग कर रहीं थीं.

ग्रामीणों की मदद से पकड़ा

बाद में महिला के पति ने बताया कि उसके भाई ने सूचना दी थी कि एक युवक उसकी पत्नी के कमरे में आपत्तिजनक हालत में मिला है. इसके बाद ड्यूटी छोड़ कर घर लौटे तो पता चला कि आरोपी धनबाद में पदस्थापित दारोगा सत्येंद्र पाल है, जिसके बाद पुलिस को बुलाकर सौंप दिया. महिला के देवर ने बताया कि रात में वह उठा तो भाभी के कमरे से आवाज आ रही थी. भैया ड्यूटी पर गए थे, तब लोगों को बुलाकर कमरे में झांका तो युवक को आपत्तिजनक स्थिति में देखा. बाद में लोगों की मदद से उसे पकड़ लिया गया और भाई को सूचना दी. साथ ही पुलिस को सौंप दिया. महिला की सास ने आरोपी पर कार्रवाई की मांग की है.

महिला ने कहा, उसे बदनाम करने की कोशिश

इधर महिला के पति ने पतरातू थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है. उसने अपने आवेदन में लिखा है कि रात जब वह जिंदल स्टील कंपनी में नाइट ड्यूटी करने चला गया था, तभी घर की चाहरदीवारी फांदकर दरोगा सत्येंद्र पाल उसके घर में दाखिल हो गए. रात लगभग 12.30 बजे उसका भाई जब शौच के लिए ऊपरी तल से नीचे उतरा तो उसने आवाज सुनी और आसपास के लोगों को बुला लिया. इस दौरान भाग रहे सत्येंद्र पाल को खदेड़ कर घर से कुछ दूरी पर पकड़ा. सत्येन्द्र पाल की स्विफ्ट कार भी पास ही खड़ी थी. इसके बाद ग्रामीणों ने पतरातू पुलिस को सूचना देकर सत्येंद्र पाल को पुलिस को सौंप दिया.इधर, हंगामा बढ़ने पर महिला प्रेमी के पक्ष में उतर आई है. उसने आरोपों से इंकार किया है. उसने पुलिस से कहा कि पकड़े गए सब इंस्पेक्टर ने उससे कोई बदतमीजी नहीं की है. घरवाले उसे बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं.

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