रांची: सरकारी हॉस्पिटलों में रिम्स ऐसा हॉस्पिटल है जहां हार्ट के मरीजों का बेहतर इलाज होता है. वहीं ओपन हार्ट सर्जरी भी होती है. ऐसे में राज्यभर से मरीज इलाज के लिए रिम्स पहुंचते है. लेकिन अब राजधानी के सदर हॉस्पिटल में भी हार्ट के मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने की तैयारी है. हॉस्पिटल में इसके लिए इकोकार्डियोग्राफी मशीन लग गई है. वहीं मरीजों को इसका लाभ भी मिलने लगा है. सीजीएचएस दर 1255 रुपए मरीजों से लिए जा रहे है. जिससे साफ है कि आने वाले दिनों में रिम्स पर हार्ट के मरीजों का लोड कम होगा. वहीं सुविधाएं बढ़ने से मरीज इलाज के लिए प्राइवेट हॉस्पिटलों की दौड़ नहीं लगाएंगे. हालांकि इको के रेट पर विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक होगी. जिसमें मरीजों को ध्यान में रखते हुए और कम करने की बात कही जा रही है.

सीसीयू में भी सारी सुविधाएं

हार्ट सर्जन डॉ राजेश कुमार झा के नेतृत्व में सदर हॉस्पिटल में कार्डियक केयर यूनिट की भी शुरुआत की जा रही है. इससे आपरेशन को छोड़ अन्य सभी तरह की समस्याओं का इलाज सदर में भी हो सकेगा. हॉस्पिटल प्रबंधन का उद्देश्य यह है कि सदर में भी मरीजों का प्राइवेट हॉस्पिटलों की तरह की सुविधाएं मिले. हालांकि कैथलैब के लिए स्वास्थ्य विभाग रेस है. जिससे कि आने वाले कुछ महीनों में हार्ट का आपरेशन भी सदर में शुरू हो जाएगा.

बना रहे डेडिकेटेड कार्डियक टीम

डॉ राजेश कुमार झा ने बताया कि हॉस्पिटल में एक डेडिकेटेड टीम बनाई जा रही है. जिससे कि किसी भी शिफ्ट में हार्ट के मरीजों को परेशानी नहीं होगी. चूंकि यहां पर डॉक्टरों की शिफ्ट में ड्यूटी लगाई जाती है. ऐसे में हैंडओवर लेने की प्रक्रिया है. जिससे कि मरीजों को परेशानी हो सकती है. इसलिए हम ऐसी टीम बना रहे है जो सुबह से रात किसी भी शिफ्ट में हो तो मरीजों की पूरी जानकारी उनके पास होगी. चूंकि शिफ्ट बदलने से नए डॉक्टर को मरीज की हिस्ट्री पता नहीं होगी.

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