रांची: बचपन में ही चोट लगने के वजह से एक बच्चे के ऊपर और नीचे का जबड़ा जुड़ गया था. जैसे-जैसे उसकी उम्र बढ़ने लगी तो उसकी परेशानी बढ़ती गई. स्थिति यह हो गई कि उसका मुंह खोलना मुश्किल हो गया. परिजन उसे लेकर कई अस्पतालों के चक्कर लगा आए. लेकिन हर जगह उन्हें निराशा ही हाथ लगी. इस बीच परिजन उसे लेकर रांची के राज हॉस्पिटल पहुंचे. जहां मैक्सिलोफेशियल सर्जन डॉ अभिषेक और उनकी टीम ने मरीज को देखा. जिसमें पाया गया कि मरीज का मुंह एक एमएम से अधिक नहीं खुल पा रहा था. इस वजह से बच्चे को काफी परेशानी हो रही थी. इसके बाद तत्काल एनेस्थिसिया की डॉ फुजैल सरवर व टीम से संपर्क किया गया. तब डॉक्टरों ने उसकी सर्जरी करने की योजना बनाई.
सर्जरी के बाद अब वह अपना मुंह पूरी तरह से खोल पा रहा है. बल्कि अच्छे से बात भी कर रहा है. वहीं परिजन का कहना है कि उन्हें तो उम्मीद ही नहीं थी. ऐसा लग रहा था कि जीवन भर उनका बच्चा ऐसे ही रहेगा. डॉ अभिषेक ने बताया कि बच्चे को जो समस्या थी उसे टीएमजे एंकोलॉसिस कहते है. इसमें मुंह खुलना बंद हो जाता है. हमने टीएमजे गैप आर्थरोप्लास्टी की है. पांच साल की उम्र में बच्चे को चोट लग गई थी. जिसके बाद इसे समस्या हुई थी. 6 घंटे की सर्जरी के बाद हमने सफल आपरेशन किया. साथ ही बताया कि यह झारखंड का संभवत: तीसरा केस होगा. इस बीमारी के इलाज में 1.5 लाख से 2 लाख रुपए तक खर्च आता है. वहीं समस्या गंभीर होने पर यह और बढ़ सकता है.
ये भी पढे: जाति जनगणना बेरोजगारी और असमानताओं का समाधान नहीं: आनंद शर्मा