रांची। किसी भी राज्य की पुलिस अधिकारियों के लिए अनुशासित होना मूल कर्तव्य माना जाता है। लेकिन, झारखंड में इंस्पेक्टरों की रसूख और ठसक ऐसी कि पुलिस मुख्यालय डीआईजी कार्मिक के आदेश को भी ठेंगा दिखाया जा रहा है। इन इंस्पेक्टरों का मनोबल इस कदर बढ़ गया है कि ट्रांसफर होने के बाद भी तबादला हुए स्थान पर अब तक योगदान नहीं दिए है।
अधिसूचना की सूची निकले करीब 20 दिन बीतने को है। यह हाल 2012 बैच के इंस्पेक्टरों का है। डीआईजी कार्मिक का पत्र निकले 20 दिन होने के बावजूद अभी तक 11 इंस्पेक्टरों ने योगदान नहीं दिया है। महज एक इंस्पेक्टर ने आदेश का अनुपालन करते हुए झारखंड जगुआर में योगदान दिया है। जिसमें चाईबासा जिलाबल के इंस्पेक्टर खुर्शीद आलम है। इंस्पेक्टरों की इस नाफरमानी के बाद पुलिस मुख्यालय में चर्चा का बाजार गर्म है कि झारखंड में डीआइजी का आदेश बड़ा या इंस्पेक्टरों का अहम।
क्या है पूरा मामला:
बीते 28 अगस्त को डीआईजी कार्मिक के आदेश पर 12 इंस्पेक्टर का तबादला झारखंड जगुआर(एसटीएफ) में किया गया था। एसएसपी/एसपी को निर्देश दिया गया था कि तबादला हुए इंस्पेक्टरों को 24 घंटे के अंदर तबादला हुए जगह के लिए विरमित कर पुलिस मुख्यालय को सूचना दें। लेकिन, इस आदेश को धत्ता दिखाते हुए 11 इंस्पेक्टर अपने जगह पर मस्त है।
इन-इन लोगों का हुआ है तबादला
नाम जिला
खुर्शीद आलम चाईबासा जिलाबल
मंजीत कुमार विशेष शाखा, रांची
विनय कुमार जमशेदपुर जिलाबल
कुणाल कुमार जमशेदपुर जिलाबल
लव कुमार चतरा जिलाबल
नवीन कुमार सिंह गिरिडीह जिलाबल
रवि प्रकाश राम सिमडेगा जिलाबल
अमित कुमार गुप्ता लातेहार जिलाबल
बबलू कुमार लातेहार जिलाबल
सतीश कुमार गोराई सीआईडी, रांची
विक्रम प्रताप सिंह देवघर जिलाबल
मनोज कुमार पांडेय पीटीसी, हजारीबाग