Joharlive Team
रांची। तूफान “यास” का खतरा पश्चिम बंगाल और ओडिशा में बन गया है. मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार 26 मई तक ओडिशा और बंगाल के तट को पार करने की उम्मीद है. आशंका जताई जा रही है कि खतरनाक तूफान में तब्दील हो चुके यास के तट से टकराने के दौरान हवा की रफ्तार 160 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. बंगाल की खाड़ी और उसके आस पास के इलाक़ों में इस तूफ़ान का असर दिखने भी लगा है. इन इलाक़ों में तेज बारिश शुरू हो गई है. ओडिशा के चांदीपुर में आज सुबह से ही तेज बारिश हो रही है.
तूफ़ान के ख़तरे को देखते हुए वायुसेना और NDRF की टीम पूरी तरह से अलर्ट पर हैं. राहत और बचाव कार्य के लिए पहले से ही NDRF की 99 टीमों को ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र, तमिलनाडु, अंडमान निकोबार द्वीप समूह में तैनात कर दिया गया है. भारतीय वायुसेना ने भी अपने 11 परिवहन विमान और 25 हेलीकॉप्टर तैयार रखे हुए हैं.
झारखण्ड में चक्रवाती तूफ़ान का इन ज़िलों पर पड़ेगा असर
पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, खूँटी, बोकारो और सीमडेगा। इन पाँच ज़िलों के अलावा राज्य के अन्य ज़िलों को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए।