धनबाद: राज्य सरकार भले ही लोगों को निःशुल्क स्वास्थ सुविधा मुहैया करवाने के लाख दावे करती हो पर जमीनी हकीकत तब दम तोड़ती नजर आती है जब किसी गरीब परिवार का बच्चा गंभीर बिमारी से जुझ रहा हो और माता-पिता कठपुतली की तरह अपने बच्चे को बचाने के लिए हर उस दरवाजे पर मजबुर दिख रहें होंते जहां कभी जाना सोचा भी न हो। ऐसा ही एक मामला धनबाद में भी देखने को मिल रहा है.

लोदना के रहने वाले शशि कुमार भगत और प्रतिमा देवी के दस वर्षीय पुत्र सिद्धार्थ को कुछ माह पुर्व से ही अप्लास्टिक एनेथेमिया नाम की गंभीर बिमारी है।जिसका एक मात्र इलाज बोनमेरो ट्रांस्प्लांट है जिसमें लगभग बीस लाख खर्च आता है पर बच्चे के पिता की इतनी हैसियत नहीं की वह इलाज करवा सकें. अब वो मदद की गुहार लगा रहे हैं. सांसद, विधायक के अलावे कांग्रेस नेत्री अनुपमा सिंह ने भी उसका हाल चाल जाना मदद का आश्वासन दिया लेकिन अब तक आर्थिक मदद नगण्य है.

हलांकि इन सबों से अलग कांग्रेस नेत्री अनुपमा सिंह अस्पताल पहूंच कर बिमार बच्चे को देखा और परिजनो को जल्द मदद पहुंचाने का आश्वासन दिया. साथ ही बच्चे का इलाज जल्द शुरू हो इसको लेकर बीसीसीएल सीएमडी से भी बात की ताकि सीएसआर फंड से बच्चे के इलाज में मदद मिल सकें. प्रदेश के मुख्यमंत्री 15 लाख तक का मुफ्त इलाज की योजना शुरू करने वाले हैं लेकिन सिद्धार्थ को मदद कौन करेगा इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है अब तक सिर्फ फोटो खींचने के लिए नेताओं का दौरा हुआ है आर्थिक मदद कि आश अब भी लगी हुई है.

Share.
Exit mobile version