Ranchi : राजधानी रांची के कटहल मोड़ के समीप पुंदाग में झारखंड के सबसे बड़ा राधाकृष्ण मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है. श्री कृष्ण प्रणामी सेवा धाम ट्रस्ट के संस्थापक एवं संरक्षक संत शिरोमणि श्री श्री 1008 स्वामी श्री सदानंदजी महाराज ने पूजा-अर्चना कर मंदिर के पट खोले. उद्घाटन कार्यक्रम में अमेरिका, चंडीगढ़, गुजरात, दिल्ली, पंजाब, बिहार, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों से आए संत महात्माओं और प्रणामी समाज के संतों की उपस्थिति रही.
मंदिर में आकर्षक झांकियां
मंदिर में श्री कृष्ण की जन्म से लेकर महाभारत काल तक की आकर्षक झांकियां दिखेंगी. मंदिर के दोनों प्रवेश द्वारों पर भगवान श्री कृष्ण की भव्य प्रतिमाएं और रासलीला की झांकियां मुख्य आकर्षण का केंद्र होंगी. पुंदाग स्थित इस मंदिर के उद्घाटन के पूर्व एक भव्य कलश शोभा यात्रा आयोजित की गई, जिसमें महिलाएं और पुरुष पारंपरिक वेशभूषा में श्री कृष्ण का झंडा लेकर शामिल हुए. भक्तिमय वातावरण में भजन गायक मनीष सोनी के भजनों से शोभा यात्रा और कार्यक्रम की रौनक बढ़ गई. सद्गुरु सदानंदजी महाराज समेत अन्य संतों ने प्राचीन सुसज्जित वाहनों पर सवार होकर भक्तों का अभिनंदन किया.
स्वामी सदानंद महाराज ने बताया मंदिर का उद्देश्य
स्वामी सदानंद महाराज ने अपने उद्घाटन भाषण में राधा-कृष्ण की उपासना के महत्व को बताया और कहा कि यह मंदिर केवल धार्मिक अनुष्ठान का केंद्र नहीं, बल्कि समाज में भाईचारे और प्रेम को बढ़ावा देने का भी एक महत्वपूर्ण माध्यम बनेगा. उन्होंने श्रद्धालुओं को भक्ति, संस्कार और समाज सेवा का महत्व समझाया.
8 जनवरी तक चलेगा श्रीमद् भागवत कथा
कार्यक्रम में चार दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन भी किया जा रहा है, जो 8 जनवरी तक चलेगा. इस कथा में संत शिरोमणि श्री सदानंदजी महाराज और अन्य महात्मा दिव्य प्रवचन देंगे. इस भव्य मंदिर का निर्माण आठ वर्षों में किया गया है और इसका संचालन श्री कृष्ण प्रणामी सेवा धाम ट्रस्ट द्वारा किया जाएगा. कार्यक्रम में 3000 से अधिक भक्तों ने मंदिर में आकर श्री राधा कृष्ण के दर्शन किए और भगवान से आशीर्वाद प्राप्त किया.
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