रामगढ़: थाना के हाजत में युवक अनिकेत भुईयां की हुई मौत के 53 घंटे बाद परिजनों ने प्रशासन से समझौते के बाद उसका शव लिया है. समझौते के तहत अंतिम संस्कार के लिए 30,000 नगद, एसटी/एससी मृत्यु मामले में सरकारी नियम एवं प्रावधानों के अनुरुप 15 लाख रुपए का मुआवजा राशि दी जाएगी. साथ ही मृतक के आश्रित को सरकारी प्रावधानों एवं नियमों के अनुसार आवास, 5 डिसमिल जमीन, राशन कार्ड, मृतक के आश्रितों को योग्यता अनुसार नौकरी और एक आश्रित को पेंशन देने की घोषणा की गई. रामगढ अंचल अधिकारी ने इससे जुड़ा पत्र परिजनों को सौंपा. इसके बाद परिजन अनिकेत के शव को लेने को तैयार हुए.
मालूम हो कि 21 फरवरी को चोरी के कथित मामले में पूछताछ के लिए अनिकेत को पुलिस रामगढ़ थाना लेकर आई थी. 22 फरवरी को उसकी संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी. पुलिस ने इस मामले में बयान जारी कर बताया कि अनिकेत ने थाना के हाजत में कंबल के फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली है. जबकि परिजनों ने कहा कि पुलिस ने टॉर्चर कर अनिकेत को मार डाला है. इस मामले में सियासत भी खूब हुई. मृतक अनिकेत के घर प्रतिपक्ष के नेता अमर कुमार बाउरी, हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा, गिरिडीह के सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी भी पहुंचे. पूरे मामले को लेकर पुलिस को कटघरे में खड़ा करते हुए इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने समेत परिवार वाले को उचित मुआवजा देने की मांग की गई. इधर रामगढ़ पुलिस ने इस मामले में न्यायिक जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
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