बिहार: एक लड़की माता-पिता के डांटने पर गुस्से में घर से भाग गई. जिसके बाद उसे अपनी गलती का एहसास हुआ. गलती का एहसास होने पर उसने ब्लेड से अपने हाथ की नस को काटकर चुपचाप आरा स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर बैठ गई. उस दौरान कई लोग उस रास्ते से गुजरे लेकिन किसी ने लड़की की मदद नहीं की. तभी वहां से गुजर रही किन्नर की टीम की नजर उस लड़की पर पड़ी. तब उनलोगों ने उसे आनन-फानन में आरा सदर अस्पताल में भर्ती करवाया. जानकारी के मुताबिक लड़की अरवल की रहने वाली है.
गलती का एहसास होनो पर काटा नस
किन्नरों ने बताया कि यह लड़की अरवल जिले की रहने वाली है. इसके परिजनों ने इसे किसी बात से डांटा था. जिसके बाद यह आरा चली आई. लेकिन, वापस घर न जाने की डर से और माता पिता की इज्जत खराब ना हो इसलिए उसने यह कदम उठाया. वह प्लेटफॉर्म नंबर चार पर बैठकर ब्लेड से अपनी हाथ की नस को काट लिया और चुपचाप प्लेटफॉर्म पर बैठ गई.
किन्नरों ने पहुंचाया अस्पताल
घटना के संबंध में लड़की ने बताया कि शुक्रवार को घर पर डांट सुनने के बाद गुस्से में घर से भाग गई. और माता पिता की इज्जत खराब ना हो इसलिए ब्लेड से उसने खुद का ही हाथ काट लिया. वहीं किन्नर मनीषा ने बताया कि वो लोग किसी कार्यक्रम को लेकर आरा स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर चार से जा रही थी. तभी देखा की लड़की के हाथों से खून जमीन पर गिरा हुआ है. जिसके बाद इलाज के लिए उसे आरा सदर अस्पताल ले आई. फ़िलहाल लड़की का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है.