नई दिल्ली: एलन मस्क के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स को अपने एक पूर्व कर्मचारी गैरी रूनी को 550,000 यूरो (लगभग 5 करोड़ रुपये) का मुआवजा देने का आदेश मिला है. यह फैसला आयरिश वर्कप्लेस रिलेशंस कमीशन (WRC) द्वारा गलत बर्खास्तगी के मामले में सुनाया गया है. मामले की जांच के दौरान आयोग ने पाया कि रूनी को गलत तरीके से नौकरी से निकाला गया था. मस्क द्वारा दिसंबर 2022 में भेजे गए ईमेल में कर्मचारियों से ‘हां’ में जवाब देने की अपेक्षा की गई थी, और जिन्होंने ऐसा नहीं किया उन्हें इस्तीफे के रूप में माना गया. डब्लूआरसी ने इस तर्क को खारिज करते हुए रूनी के पक्ष में फैसला सुनाया. बताया जा रहा है कि यह गलत बर्खास्तगी के मामले में एजेंसी की ओर से दिया गया अब तक का सबसे बड़ा मुआवजा है.

2022 का है मामला

मामला 2022 के अंत में एलन मस्क की ओर से ट्विटर की कमान संभालने के बाद सामने आया था. ट्विटर के डबलिन ऑफिस में सीनियर प्रोक्योरमेंट एक्जीक्यूटिव के पद पर कार्यरत गैरी रूनी 2013 से कंपनी के साथ जुड़े हुए थे. दिसंबर 2022 में एलन मस्क ने सभी कर्मचारियों को एक ईमेल भेजा था. इस ईमेल के बाद उनकी नौकरी अचानक समाप्त कर दी गई थी. मस्क ने कर्मचारियों को ‘हां’ में जवाब देने को कहा था. एलन ने ट्विटर की कमान संभालने के बाद ‘ट्विटर 2.0’ के अपने विजन को साफ करते हुए यह ईमेल सभी कर्मचारियों को भेजा था. इसमें उन्होंने कर्मचारियों से अत्यधिक समर्पण, लंबे काम के घंटे और उच्च प्रदर्शन की अपेक्षा की थी. कर्मचारियों को ईमेल में दिए गए एक लिंक पर ‘हां’ क्लिक करके अपनी नई कामकाजी परिस्थितियों को स्वीकार करना था.  साथ ही जो कर्मचारी ऐसा नहीं करते थे, उन्हें तीन महीने का वेतन पैकेज देकर नौकरी से निकालने की बात कही गई थी. रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा न मानने वाले कर्मचारियों को इस्तीफा देने वाला माना जाएगा. रूनी ने ईमेल पर ‘हां’ क्लिक नहीं किया. इसके बाद उनके वर्क अकाउंट को ब्लॉक कर दिया गया, जिससे उनकी नौकरी प्रभावी रूप से समाप्त हो गई.

 

 

 

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