गुमला : सोमवार को देर रात करीब 11 बजे राम उरांव ने अपने छोटे भाई 17 वर्षीय बसंत उरांव की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी। इसके बाद पूरी रात शव के पास बैठकर विलाप करता रहा। लोगों को किसी दूसरे व्यक्ति द्वारा हत्या किए जाने की बात कहकर भ्रमित करता रहा। घटना की सूचना के बाद पुलिस की टीम गांव पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। टीम केस की छानबीन में जुट गई। जांच के दौरान पुलिस को यह ज्ञात हुआ कि बसंत की हत्या उसके बड़े भाई राम उरांव ने ही की है।
इसके बाद पुलिस ने बड़े भाई को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में बड़े भाई ने घटना में अपनी संलिप्ता स्वीकार कर ली। इसके बाद उसकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल की गई कुल्हाड़ी बरामद कर ली गई। घटना के बावत बताया जाता है कि सोमवार को गांव में बूढ़ी करम का त्योहार मनाया जा रहा था। त्योहार को लेकर गांव के अधिकांश लोग सांस्कृतिक कार्यक्रम में व्यस्त थे। इस आयोजन में वसंत व उसका बड़ा भाई राम उरांव भी शामिल था। इसी दौरान ही दोनों भाई के बीच विवाद हो गया। विवाद के बाद राम उरांव ने बसंत की हत्या कर दी।
विवाद के कारणों पर मृतक की बहन सुगंती उरांव ने बताया कि बड़े भाई राम उरांव ने अपनी शादी के बाद दोनो छोटे भाई-बहनों को घर से भगा दिया था। पिता की पैतृक जमीन को गिरवी रख दिया था। घर से निकाले जाने के बाद दोनो भाई-बहन बाहर कमाने चले गए थे। जब दोनों गांव वापस लौटे तो सबसे पहले पिता की गिरवी जमीन को वापस निकाला। जमीन वापस मिलने के बाद फिर से बड़े भाई की नजर उसपर पड़ गई।अब वह जमीन पर कब्जा करने की कोशिश में जुट गया।इसी बात को लेकर वह अक्सर छोटे भाई के साथ विवाद करता रहता था। सोमवार को मौका मिलते ही भाई की हत्या कर दी।