बोकारो : बेरमो कोयलांचल के सीसीएल कथारा क्षेत्र के जारंगडीह परियोजना में फैली गंदगी और परियोजना के आसपास स्थित सीसीएल कॉलोनी में फैली गंदगी की तस्वीरें स्वच्छता पखवाड़ा की हकीकत को उजागर कर रही हैं. तस्वीरें बता रही हैं कि किस तरह सीसीएल कथारा क्षेत्र के जारंगडीह परियोजना में स्वच्छता पखवाड़ा के नाम पर सिर्फ औपचारिकता की जा रही है. अब बुद्धिजीवी इस बात से चिंतित हैं कि आखिर ये औपचारिकता क्यों. जहां एक ओर जारंगडीह परियोजना कार्यालय में कल स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया गया और परियोजना पदाधिकारी समेत परियोजना में कार्यरत कर्मचारियों ने खुद को और अपने आसपास के क्षेत्र को स्वच्छ रखने के लिए स्वच्छता की शपथ ली. शपथ के बाद ये तस्वीरें सवाल खड़े कर रही हैं, जिससे बुद्धिजीवियों के मन में सवाल उठना लाजिमी है.

राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ ने जताई चिंता

इस पूरे मामले पर राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ के कथारा क्षेत्रीय सचिव और बेरमो विधायक प्रतिनिधि विल्सन फ्रांसिस उर्फ ​​बबलू ने चिंता जाहिर की है. शपथ दिलाने के बजाय अगर अधिकारी स्वयं शपथ लें कि वह कंपनी द्वारा ठेकेदार को आवंटित एएमसी के तहत शत-प्रतिशत सफाई कार्य कराना सुनिश्चित करेंगे तो स्वच्छता अभियान का उद्देश्य स्वत: ही पूरा हो जाएगा.

चूंकि विडंबना यह है कि सफाई के लिए लाखों रुपए का कार्य टेंडर के माध्यम से ठेकेदारों को आवंटित किया गया है. फिर सफाई क्यों नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि अगर विभाग का कोई भी अधिकारी सीसीएल की सभी कॉलोनियों का भौतिक स्थल पर जाकर निरीक्षण करें तो सच्चाई सामने आ जाएगी.

मजदूर नेता शकील आलम ने कहा कि जारंगडीह परियोजना कार्यालय में शौचालय शौच के लायक नहीं है, गंदगी के कारण कर्मचारी वहां जाना नहीं चाहते हैं. वहीं जारंगडीह बाजार के पास कचरे का अंबार लगा हुआ है. सीसीएल कर्मी संतोष मंडल ने कहा कि कॉलोनी में फैली गंदगी को साफ करने के लिए कई बार सिविल विभाग के अधिकारियों से कहा गया है, लेकिन वे सब सुनते हैं लेकिन सफाई नहीं करते हैं, जिसके कारण लोगों को गंदगी और बदबू की समस्या से जूझना पड़ता है. जब पूरा मामला सीसीएल कथारा क्षेत्र के कथारा महाप्रबंधक संजय कुमार के संज्ञान में लाया गया और उनका पक्ष लिया गया तो उन्होंने कहा कि अभी अभियान शुरू हुआ है और सफाई कराई जाएगी.

 

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