Joharlive Team

चतरा। जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के तुलबुल गांव का एक प्रवासी मजदूर सोमारी भुईयां कर्ज के बोझ को सहन नहीं कर सका और तमिलनाडु में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सोमारी भुईयां चेन्नई में पत्नी व 6 बच्चों के साथ रहकर एक निजी कंपनी में काम करता था। लॉकडाउन में वह पूरी तरह से बेरोजगार हो गया था।

तीन महीनों तक वह किसी तरह से अपना और अपने परिवार का जीवन-यापन करता रहा। लेकिन पास में पैसा नहीं होने से वह लाचार और बेबस हो गया। ऊपर से गांव के लोगों से लिए कर्ज को लौटाने के भय ने उसे और विवश कर दिया। उसने एक वर्ष पूर्व बड़ी बेटी की शादी की थी। इसके लिए उसने गांव की महिला मंडल समिति से 15 हजार रुपया एवं भुईयां समाज से 30 हजार रुपया कर्ज लिया था। इसके अलावा सोमारी ने साहुकारों से भी तकरीबन एक लाख रुपये ब्याज पर ले रखा था।

एक वर्ष बीत जाने के बाद भी सोमारी की माली हालत ठीक नहीं हो सकी और वह कर्ज लौटाने में अक्षम रहा। दूसरी तरफ कोविड-19 जैसे वैश्विक महामारी के कारण राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन होने से चेन्नई में उसका कामकाज ठप हो गया और परिवार का भरण-पोषण करना काफी मुश्किल हो गया था। आर्थिक संकट के कारण ही उसने आत्महत्या कर ली। चेन्नई में उसके शव के साथ पत्नी और छह बच्चे हैं। शव लाने के लिए गांव के स्थानीय लोगों व रिश्तेदारों ने जिला प्रशासन से फरियाद लगाई है।

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