रांचीः चारा घोटाले केस में डोरंडा कोषागार से जुड़े राजद सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की ओर CBI स्पेशल कोर्ट सुधांशु कुमार शशि की अदालत में पक्ष रखा गया. अदालत में मंगलवार को भी बहस जारी रही. बहस के दौरान लालू प्रसाद यादव के अधिवक्ता अनंत विज ने फाइनेंस को लेकर शंकर प्रसाद की गवाही को अदालत को बताया कि चारा घोटाला का मामला लालू प्रसाद यादव के आदेश के बाद ही उजागर हुआ था. अदालत में सुनवाई के दौरान सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक बीएमपी सिंह उपस्थित रहे.

लालू प्रसाद यादव के अधिवक्ता अनंत विज ने बताया कि डोरंडा ट्रेज़री से 139.35 करोड़ रुपये की अवैध निकासी से जुड़े चारा घोटाले के सबसे बड़े आरसी 47ए/96 मामले में अब डॉक्टर की ओर से बहस के बाद, राजनेताओं और राजनेताओं की ओर से अदालत में दलील रखी जाएगी. डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये की अवैध निकासी में अब तक 71 आरोपियों की ओर से दलीलें पूरी कर ली गयी है. मामले में मंगलवार को लालू प्रसाद की ओर से दलीलें रखी गयी.

चारा घोटाले के सबसे बड़े डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये की अवैध निकासी से जुड़े मामले में लालू प्रसाद, पूर्व सांसद जगदीश शर्मा, डॉ. आरके राणा, पीएसी के तत्कालीन अध्यक्ष ध्रुव भगत, डॉ. केएम प्रसाद, डॉ. गौरी शंकर प्रसाद समेत 104 आरोपी मुकदमा का सामना कर रहे हैं. CBI ने प्रारंभ में 170 लोगों को आरोपी बनाया था. लालू समेत 147 आरोपियों के खिलाफ आरोप गठित की गयी थी. सुनवाई के दौरान अब तक बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्र समेत 37 आरोपियों का निधन हो चुका है.

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