गिरिडीह. झारखंड के गिरिडीह में ईंट भट्ठा के लिए तैयार डोभा में डूबने से दो सगी नाबालिग बहनों की मौत हो गई. सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजना चाहा, लेकिन परिजन इसके लिए तैयार नहीं हुए. घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था. घटना परसन ओपी क्षेत्र के मनसाडीह की है.

जानकारी के मुताबिक ईंट भट्ठा तैयार करने के लिए गांव के ही एक शख्स ने निजी डोभा का निर्माण कराया था. इसी में डूबने से दो सगी बहनों की मौत हो गई. पकल कुमारी (10 वर्ष) व परी कुमारी (8वर्ष) मनसाडीह गांव के मंटू साव की पुत्री थी. सूचना पर परसन ओपी प्रभारी घटना स्थल पर पहुंचे. लेकिन काफी समझाने बुझाने के बावजूद परिजन शवों का पोस्टमार्टम कराने के लिए तैयार नहीं हुए. जिसके बाद पुलिस बिना कोई कार्रवाई के स्वजनों से पोस्टमार्टम नहीं कराने की एक लिखित लेकर वापस लौट गई.

बताया जाता है कि शनिवार सुबह मंटू साव की बड़ी पुत्री पलक व मंझली पुत्री परी के अलावा 5 वर्षीय छोटा पुत्र पवन प्रति दिन की ईंट भट्ठे की तरफ शौच के लिए गये थे. शौच के बाद तीनों भाई-बहन पानी लेने डोभा के पास चले गए. पानी लेने के क्रम में ही परी फिसलकर डोभा में गिर गई. उसे बचाने के क्रम में पलक भी डोभा में गिर गई. दोनों बहन पानी में डूबने लगे, इस बीच छोटा भाआ पवन घर जाकर इसकी जानकारी मां को दी. लेकिन जबतक परिजन डोभा तक पहुंचते, दोनों बहनों की डुबकर मौत हो चुकी थी.

काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों दोनों बहनों को पानी से बाहर निकाल पास के एक क्लिनिक में ले गए, जहां डॉक्टर ने दोनो बहनों को मृत घोषित कर दिया. डोभा गांव के ही मिथलेश सिंह का बताया जा रहा है. मृतक के स्वजनों ने प्रसाशन से डोभा भरवाने की मांग की है.

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