बोकारो: जरीडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत अरालडीह पंचायत के लेटगोड़ा टोला में पार्वती देवी के दामाद धनीराम मांझी (35) की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई। धनीराम मांझी का शव सोमवार की देर शाम गांव के सड़क किनारे लावारिस हालत में पड़ा मिला था। घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। इधर, परिजन युवक की हत्या की आशंका जाहिर कर रहे हैं। वहीं, मृतक की सास पार्वती देवी की मौत रविवार राम को हुई थी। पार्वती देवी की हत्या का आरोप उसके ही छोटे बेटे पर लगा है।
पार्वती देवी के परिजनों के अनुसार, धनीराम मांझी के सिर पर चोट व पैर में भी जख्म के निशान मिले हैं। परिजनों ने आशंका जताई है कि धनीराम की हत्या कर शव को फेंक दिया गया है। धनीराम मांझी बालीडीह में मजदूरी करता था। जरीडीह पुलिस निरीक्षक रुस्तम ने बताया कि प्रथम दृष्टया में इसे हत्या माना जा रहा है। इधर, मृतक की पत्नी फुलमनी देवी ने पुलिस के समक्ष बयान दिया है कि पिछले वर्ष मानसून के वक्त उनके पति के साथ रिश्तेदारों का जमीन विवाद हुआ था। इसके चलते तनाव की स्थिति बनी हुई थी। उनके पति ने उस वक्त रिश्तेदारों के विरुद्ध थाना में केस करने की धमकी दी थी। शायद इसी वजह से उनके पति की हत्या उनके रिश्तेदारों द्वारा ही की गई होगी।
अपनी बीमारी के लिए मां को डायन बता कर मार डाला
बताते चलें कि धनीराम मांझी के साले परमेश्वर मांझी ने अपनी बीमारी के लिए अपनी ही मां पार्वती देवी (60) को डायन बता कर लाठी-डंडे से पीट कर मार डाला। जरीडीह पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पार्वती के मंझले बेटे करमचंद ने बताया कि परमेश्वर ने मां को घर से आधा किमी दूर अनंतपुर जंगल में अकेला पाकर लाठी-डंडे व लात-घूंसे से मारकर झाड़ी में फेंक दिया था। रविवार देर रात मां ने दर्द से दम तोड़ दिया।