JoharLive Desk
नई दिल्ली। भगवान राम की नगरी अयोध्या पर आतंकी हमले का खतरा मंडरा है। जैश-ए-मोहम्मद के सात आतंकवादी हमले को अंजाम देने के लिए नवंबर में नेपाल के रास्ते देश में घुस चुके हैं। इन आतंकियों के अयोध्या और गोरखपुर में छिपे होने की आशंका जताई जा रही है। इसकी खुफिया जानकारी मिलने के बाद केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार को आगाह किया है।
सूत्रों के मुताबिक, खुफिया एजेंसियों ने बीते दिनों आतंकी गुट जैश के सरगना मसूद अजहर के बारे में अहम सूचना हासिल की थी। इसके मुताबिक मसूद ने टेलीग्राम नामक सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपने गुट के आतंकियों को संबोधित किया था। इसमें उसने भारत में आतंकी हमले को अंजाम देने का निर्देश दिया था। इसके अलावा उसने फोन से भी ऐसे आदेश दिए। इस आशय की जानकारी मिलने के बाद केंद्र ने यूपी समेत कई राज्यों को महत्वपूर्ण संस्थानों की सुरक्षा बढ़ाने की सलाह दी है।
बताया जा रहा है कि जिन सात आतंकियों ने नेपाल के रास्ते देश में प्रवेश किया है, उनमें मोहम्मद कौमी चौधरी, अबू हमजा, मोहम्मद शाहबाज, निसार अहमद और मोहम्मद याकूब शामिल है। दो अन्य आतंकियों के नाम की पुष्टि नहीं हो पाई है। इन आतंकियों ने नवंबर महीने में ही देश में घुसपैठ की है। हालांकि खुफिया एजेंसियों को यह पता नहीं चल पाया है कि आतंकियों को किन जगहों को निशाना बनाने का निर्देश मिला है।
बीते कुछ सालों में पाकिस्तान से जुड़ी अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर सख्त निगरानी के कारण पाकिस्तानी आतंकी गुट भारत में घुसपैठ के लिए नेपाल का इस्तेमाल कर रहे हैं। नेपाल में जैश से जुड़े स्लीपर सेल का तंत्र लगातार मजबूत हो रहा है।
दरअसल, दशकों की कानूनी जंग के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अक्तूबर में अयोध्या विवाद पर हिंदुओं के पक्ष में फैसला दिया था। इसके बाद से ही आतंकी गुटों की कोशिश यहां हमले को अंजाम देकर दहशत फैलाने की है। इससे पहले भी आतंकियों ने अयोध्या स्थित अस्थायी राम मंदिर को उड़ाने की असफल कोशिश की थी।