Joharlive Team
रांची। पलामू के सुदना विस्फुटटा स्थित इलेक्ट्रिक ग्रिड के पास 3 जून को हुए कुणाल सिंह हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा करते हुए दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधियों में विजय शर्मा उर्फ गुरुजी और राजेश वर्मा और फंटूश शामिल है। कुख्यात डब्लू सिंह के इशारे पर कुणाल की हत्या हुई थी। उक्त जानकारी पलामू एसपी अजय लिंडा ने प्रेस वार्ता में दी। उन्होंने कहा कि सदर, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संदीप कुमार गुप्ता के नेतृत्व में गठित एसआईटी को यह उपलब्धि मिली है। डब्लू सिंह ने हत्या के लिए 15 लाख सुपारी दिया था। गुरुजी को यह रकम दी गयी थी। गिरफ्तार विजय शर्मा उर्फ गुरुजी को पुलिस टीम ने रांची से पकड़ा है। हालांकि की इस हत्याकांड में संलिप्त अन्य अपराधी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। जिसमें अनु विश्वकर्मा, श्वेतकेतु तिवारी, अमरेश मेहता और एक दोस्त शामिल है।
वर्चस्व की लड़ाई में हुई थी कुणाल सिंह की हत्या
पलामू एसपी ने बताया की वर्चस्व की लड़ाई में कुख्यात कुणाल सिंह की हत्या हुई थी। हत्या से पूर्व गिरफ्तार राजेश वर्मा उर्फ फंटूश जो कुणाल सिंह के साथ रहता था, उसने डब्लू सिंह को उसके हत्या की प्लानिंग के बारे में बताया था। जिसके बाद डब्लू सिंह ने ही कुणाल सिंह के हत्या की सुपारी दे दी। 15 लाख में हत्या की सुपारी दिया था। घटना के दौरान विजय शर्मा ने हत्या में प्रयुक्त हथियार अनु विश्वकर्मा को उपलब्ध कराया था।