जामताड़ा. जामताड़ा के शहरडाल में करोड़ों रुपए के लागत से बनने वाली रेलवे ओवरब्रिज में उद्घाटन से पहले ही दरार आ चुकी है. इस आरओबी का निर्माणकार्य लगभग तीन वर्ष पहले प्रारंभ हुआ था और कुछ ही माह पहले बनकर तैयार हुआ है. लेकिन उद्घाटन से पहले ही इसमें दरारें आ गयीं.

लगभग तीन वर्षों से शहरडाल में बोदमा ब्लाॅक हट रेललाइन के ऊपर ब्रिज बन रहा था. इसमें आवागमन के दौरान बड़े-बड़े गड्ढों से गुजरते हुए लोगों ने काफी मुश्किलें झेली है. बनने के बाद भी दोनों साइड से बंद कर दिया गया है. लेकिन ब्रिज के ऊपर जो सड़क बनी है उसमें तीन लाइन से दरारें दिख रही हैं. जिससे निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो रहा है.

उल्लेखनीय है कि जामताड़ा शहरी क्षेत्र में आरओबी का निर्माण वर्ष 2016 के जून महीने में प्रारंभ हुआ था. लेकिन 5 साल बीत जाने के बाद भी यह योजना पूरी नहीं हो पाई है. अभी चंचला मंदिर के समीप स्थित ओवरब्रिज का एप्रोच सड़क नहीं बन पाया है. निर्माता एजेंसी की ओर से लगभग 100 मीटर में गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया है. उसी गड्ढे से लोग साइकिल और बाइक से आना-जाना करते हैं, जिस गड्ढे से पैदल गुजरना लोगों के लिए मुश्किल है. जिस पर न तो जिला प्रशासन की ओर से ध्यान जा रहा है और न रेलवे की ओर से.

बता दें कि जिस सड़क पर अप्रोच सड़क बनाने के लिए गड्ढा खोदा गया है. वह जामताड़ा-मिहिजाम मुख्य सड़क के रूप में जाना जाता है, जो फिलहाल ओवरब्रिज के निर्माण के कारण बंद हो चुकी है. वही इस ओवरब्रिज के निर्माण होने के बाद कोर्ट रोड से इंदिरा चौक तक पहुंचने के लिए लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ेगी. क्योंकि कोर्ट रोड से रेलवे क्रॉसिंग होते हुए इंदिरा चौक पहुंचना आसान नहीं होगा. जो ओवरब्रिज निर्माण के बाद पूर्णरूपेण बंद हो जाएगा. जिससे इस क्षेत्र के लोगों को इंदिरा चौक पहुंचने के लिए या तो सुभाष चौक होकर आना पड़ेगा या फिर तिलाबाद से फ्लाईओवर के माध्यम से इंदिरा चौक पहुंचना पड़ेगा. जबकि इस मुख्य सड़क जहां एप्रोच सड़क बनाने के लिए गड्ढा खोदा गया है वहां के दुकानदारों की मुश्किलें बढ़ गई है. उन्हें  बड़े-बड़े विशालकाय गड्ढे होने के कारण खतरे की आशंका बनी रहती है.

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