रांची के DC छवि रंजन पर आर्म्स लाइसेंस के लिए पैसे मांगने का आरोप लगाने वाला शिकायतकर्ता 24 घंटे में ही पलट गया है। 3 सितंबर को उसने रांची के SSP एसके झा व दक्षिणी छोटा नागपुर के कमिश्नर नितिन मदन कुलकर्णी को इस संबंध में शिकायत की थी। उसने कहा था कि आर्म्स लाइसेंस निर्गत करने के लिए DC 5 लाख रुपए मांगते हैं।

4 सितंबर को उसने दोनों जगह अपनी शिकायत वापस लेने संबंधी पत्र लिखा है। उसने कहा है कि उसने आर्म्स लाइसेंस के लिए आवेदन दिया था, जो काफी दिनों से नहीं हो रहा था। गोपनीय शाखा इस संबंध में सही से नहीं बता रहा था। इसलिए शिकायत की थी। मैं अपना शिकायत वापस लेता हूं और अपने इस कुकृत्य के लिए क्षमा मांगता हूं।

कमिशन्नर ने कहा-जांच के बाद ही कुछ कह पाउंगा
वहीं इस मामले में 3 सितंबर से ही जांच शुरू हो गई थी। दक्षिणी छोटा नागपुर के कमिशनर नितिन मदन कुलकर्णी खुद इसकी जांच कर रहे हैं। उन्होंने दैनिक भास्कर को बताया कि मामला बेहद गंभीर है इसलिए वे खुद इसकी जांच कर रहे हैं। जांच के बाद ही वे कुछ बोल पाएंगे। जबकि इस मामले में जब रांची के SSP एसके झा से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वे अभी फील्ड में हैं। ऑफिस आने के बाद ही वे इस मामले में कुछ भी बता सकते हैं।

क्या लगाया था आरोप
अरगोड़़ा में रहने वाला पेशे से संवेदक ओम प्रकाश ने अपने शिकायत के आवेदन में कहा था कि जब वह रांची DC से लाइसेंस के लिए मिला तो उन्होंने बताया कि आर्म्स लाइसेंस लेने में पांच लाख का खर्च लगता हैै। पैसा देने के लिए तैयार होने पर DC ऑफिस के कर्मचारियों की तरफ से उसे एक NGO के नाम से 1,90,200 और रांची के एक यूनिवर्सिटी के नाम से बनेगा जो 1,30, 000 रुपए का चेक देने के लिए कहा था।

संवेदक का फोन आ रहा है ऑफ
दैनिक भास्कर ने जब इस मामले पर संवेदक ओम प्रकाश से बात करने की कोशिश कि तो उसका फोन लगातार ऑफ आ रहा है। वह पिछले दो घंटे से अपना फोन ऑफ कर रखा है।

लाइसेंस को लेकर प्रलोभन में न आएं : DC

वहीं इस मामले पर DC छवि रंजन ने बताया कि कोई अदृश्य शक्ति आर्म्स लाइसेंस को लेकर लोगों को प्रलोभन दे रही है। प्रलोभन में आने से बचें । अहर्ता रखने वालों को ही लाइसेंस निर्गत किया जा रहा है।

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