Joharlive Team

रांची। मोरहाबादी मैदान में स्थायीकरण की मांग को लेकर 12 सितंबर से आंदोलन कर रहे 12 जिले के सहायक पुलिसकर्मियों का सब्र का बांध अब टूट गया है। इनमें चाईबासा, दुमका, खूंटी व चतरा चार जिला के पुलिसकर्मी वापस चले गये है।आंदोलनरत सहायक पुलिसकर्मियों ने इस संबंध में कहा कि उनलोगों का इग्नू का परीक्षा है। इसलिए वे लोग वापस गये है। परीक्षा समाप्त होते तक आंदोलन चलता रहा तो वे लोग फिर से आंदोलन में शामिल हो जायेंगे। कहा तो यह भी जा रहा है कि आंदोलनरत सहायक पुलिसकर्मी दो गुट में बंट गये है।
सहायक पुलिसकर्मियों में नेतृत्व का अभाव है। ये लोग आंदोलन ताे कर रहे हैं, लेकिन इनका कोई नेता नहीं हैं। तीन सालों में इनलोगों ने कमेटी का गठन ही नहीं किया। जिसके कारण अध्यक्ष, महासचिव, कोषाध्यक्ष अथवा कार्यकारिणी में कोई नहीं है। दो गुट में बंटने के संंबंध में सहायक पुलिसकर्मियों ने कहा कि परिवार में उच्च नीच होता रहता है। उसे हमलोग आपस में सुलझा लेंगे। नौ-दस दिनों से सभी आंदोलन कर रहे हैं।

जिसके कारण गुस्सा होना लाजमी है। सहायक पुलिसकर्मियों ने कहा कि रविवार को पेयजल व स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने उन्हें वार्ता के लिए बुलाया था। घंटो वार्ता हुई सरकार की ओर से उन्होंने हमें 13 हजार रुपये वेतन देने की बात कही।

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