भारतीय वायुसेना में सार्जेंट के पद पर तैनात प्रकाश तिवारी का शव सोमवार रात धनबाद पहुंचा। पार्थिव शरीर को पूरे सम्मान के साथ उनके घर ठाकुरकुल्ही धैया लाया गया। जहां वायुसेना के सशस्त्र जवानों ने अंतिम सलामी दी। बताया जा रहा है कि प्रकाश त्रिवेंद्रम में ड्यूटी पर तैनात थे। इसी दौरान तबीयत खराब होने के बाद उन्हें सैनिक अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
प्रकाश तिवारी के पिता का नाम ललन तिवारी है। भाई विकास तिवारी रेलवे में कार्यरत है। दूसरे भाई नितेश तिवारी BCCL में इंजीनियर है। प्रकाश तिवारी का शव घर पहुंचने के बाद पूरा माहौल गमगीन हो गया। परिजनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। जवान को अंतिम विदाई देने आसपास के हजारों लोग पहुंचे थे। भारतीय वायुसेना के 31st विंग AFके जवान शव को लेकर उनके घर पहुंचे।
इस दौरान एयर फोर्स के जवानों ने फायरिंग कर सलामी दी। बताया जाता है कि प्रकाश तिवारी भभुआ जिले के रहने वाले थे। उनकी शादी को 10 वर्ष हुए थे। ऐसे में माता-पिता, भाई और पत्नी पर गमों का पहाड़ टूटा गया था। यह सब देखकर कोयलांचल के लोगों की आंखें भी नम हो गई थी।