रांचीरांची के हिंदपीढ़ी निजाम नगर निवासी अली हुसैन 25 वर्ष का शव शनिवार यानि की 15 जून को रांची पहुंच गया. सुबह 9:20 बजे इंडिगो के विमान से अली हुसैन का शव रांची पहुंचा. शव के पहुंचते ही, उनके परिजनों की आंखें नम हो गईं. अली हुसैन के परिजन पहले से एयरपोर्ट पर शव के आने की प्रतीक्षा कर रहे थे. इस दौरान श्रम विभाग के अधिकारी भी वहां मौजूद थे. अली के परिजनों ने बताया कि उनके भाई आदिल हुसैन भी मक्का से लौट आए हैं. वह अभी दिल्ली में हैं. इंडिगो की अगली फ्लाईट से वह भी रांची पहुंचने वाले हैं. उनके आने के बाद अली को डोरंडा कब्रिस्तान में मिट्टी दी जाएगी.

 उपायुक्त ने अली  के परिजनों को सौंपा 5 लाख का चेक

रांची के उपायुक्त राहुल सिन्हा ने एयरपोर्ट पर जाकर अली के परिजनों को 5 लाख रुपए का चेक सौंपा. बता दें कि अली हुसैन काम करने के लिए कुवैत गए थे. विदेश मंत्रालय से हमें सूचना मिली कि कुवैत में उनकी मौत हो गई है. राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष के जरिए इनके शव को रांची मंगवाया गया. शव को परिवार को सौंप दिया गया है.

जानकारी के लिए बता दें कि अली हुसैन का शव शुक्रवार (14 जून) को ही नई दिल्ली से रांची लाया जाना था, लेकिन कोच्चि से दिल्ली आने में विलंब हो गय. जिसके वजह से बॉडी को रांची नहीं लाया जा सका. शुक्रवार को ही वायुसेना के विशेष विमान से कुवैत से 45 भारतीयों के शव कोच्चि पहुंचे थे. यहां से शवों को नई दिल्ली लाया गया और वहां से सभी शवों को उनके गृहनगर भेज दिया गया. मालूम हो कि बीते दिनों कुवैत की एक बहुमंजिली इमारत में आग लगने से वे इसकी चपेट में आ गये थे.

जिसके कारण उनकी मौत हो गई. झारखण्ड के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने अली हुसैन के परिजन को 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद करने की घोषणा की थी. उन्होंने कहा था कि कुवैत की एक इमारत में आग लगने की घटना में झारखंड के एक नागरिक की मृत्यु की सूचना मिली है. मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपये की सहायता राशि दी जायेगी.

 

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