हजारीबाग: गणतंत्र दिवस पर झारखंड के अलग-अलग जिलों में नक्सलियों ने दुस्साहस का परिचय दिया है। अलग-अलग इलाकों में नक्सलियों की ओर से काला झंडा फहराया गया है। कई सरकारी इमारतों और परिसर में गणतंत्र के विरोध स्वरूप काला ध्वज लगाया गया है। हजारीबाग के बिष्णुगढ़ में मोबाइल टॉवर उड़ाया गया है। वहीं गिरिडीह के डुमरी व मधुबन इलाके में झंडा लगाया गया है। 26 जनवरी की सुबह बुधवार को बिष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के खरकी में माओवादियों ने मोबाइल टावर के समीप लगाए गए उपकरणों को उड़ा दिया। प्रखंड मुख्यालय से 25 किलोमीटर माओवादी ने इस घटना का अंजाम दिया है।
विस्फोट से टावर को भी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा कुछ दूर पर स्थित उत्क्रमित खरकी विद्यालय में बम लगा दिया था। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची CRPF की टीम ने बम को निष्क्रिय कर दिया है।इसके अलावा यहां पर काला झंडा भी लगाया गया था। उसे उतार दिया गया है। घटना की सूचना के बाद पुलिस वहां कैंप कर रही है। जंगल क्षेत्र में छापेमारी की जा रही है। इसके अलावा मडमो के विद्यालयद में काला झंडा लगाया गया है। गिरिडीह के डुमरी और मधुबन इलाके में नक्सलियों ने काला झंडा फहराया है। डुमरी थाना क्षेत्र अमरा पंचायत सचिवालय के सामने नक्सलियों ने बीती रात काला झंडा फहराया है। बुधवार की सुबह देर तक काला झंडा पंचायत सचिवालय के मुख्य द्वार के सामने कुछ दूरी पर लगाया गया था। झंडे के नीचे और सचिवालय के मुख्य दरवाजे पर्चा भी छोड़ा गया है।
इसमें बिहार झारखण्ड स्पेशल एरिया कमेटी भारत की कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी की ओर से पार्टी के टॉप लीडर किशन दा और शीला दी को समुचित स्वास्थ्य सुविधा देने, राजनीति बंदी का दर्जा देने, बिना शर्त रिहा करने की मांग की गई है। इसके अलावा सरकार के खिलाफ जन प्रतिरोध आंदोलन को जोरदार करने की बात कही गई है।
मधुबन थाना क्षेत्र के जयनगर व दलान चलकरी के उत्क्रमित मध्य विद्यालय में नक्सलियों द्वारा काला झंडा फहराया गया। पोस्टर भी चिपकाया गया है। इसमें 27 जनवरी को पूर्व घोषित बिहार झारखंड बंद को को सफल बनाने का आह्वान किया गया।बताया जा रहा है कि किशन दा की रिहाई सहित अन्य मांगों को लेकर नक्सलियों की ओर से 21 जनवरी से 26 जनवरी तक प्रतिरोध दिवस मनाने की घोषणा की गई है।