रांचीः फलदार वृक्ष और तालाब खुदवाने के नाम पर जमशेदपुर के पटमदा थाना क्षेत्र में हुए 66 लाख रुपए के गबन मामले में पुलिस की कार्रवाई शुरू हो गई है. शनिवार को इस मामले के आरोपी कृषि विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर एंटन एक्का के रांची स्थित आवास पर इश्तेहार चिपकाया गया है.

जमशेदपुर पुलिस ने रांची में की कार्रवाई

गबन मामले में जमशेदपुर के पटमदा थाना प्रभारी अशोक राय और डोरंडा थानेदार रमेश कुमार शनिवार को संयुक्त निदेशक के घर पहुंचे, लेकिन संयुक्त निदेशक घर पर नहीं मिले. इसके बाद पुलिस की टीम ने उनके घर पर इश्तेहार चिपका दिया. पुलिस ने घर में उपस्थित परिजनों को निर्देश दिया कि न्यायालय में हाजिर हो जाएं, अन्यथा आगे की कार्रवाई की जाएगी.


क्या है पूरा मामला

पूर्वी सिंहभूम समेकित अनुसूचित जनजाति विकास अभिकरण की ओर से जमशेदपुर में वृक्षारोपण और तालाब बनाने को लेकर टेंडर निकाला गया था. इसका टेंडर ग्रामोद्योग विकास संस्थान नीमडीह चाईबासा को दिया गया था. टेंडर लेने के बाद संस्थान ने कोई काम नहीं किया और राशि की निकासी कर दी गई. विभाग ने जब मामले की जांच की, तो 66 लाख रुपए गबन का मामला सामने आया था.

वर्ष 2016 में दर्ज की गई प्राथमिकी

वित्तीय अनियमितता मिलने के बाद परियोजन निदेशक कामेश्वर भगत ने पटमदा थाने में जनवरी 2016 में संस्थान के निदेशक विपिन देव सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई. इस मामले में पुलिस ने विपिन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस की जांच में तत्कालीन मेसो कार्यालय में पदस्थापित एंटन एक्का और जेई कनक कुमार की संग्लिप्ता भी सामने आई थी. इसके बाद दोनों के खिलाफ पटमदा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस दोनों अधिकारियों के घर कई बार पहुंची है, लेकिन दोनों आरोपी अधिकारी नहीं मिले.

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