रांचीः झारखण्ड की राजधानी रांची से एक गैंगरेप का मामला सामने आया है. मामला रांची के ओरमांझी थाना क्षेत्र का है. जहां एक नाबालिग के साथ चार दरिंदो ने गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया है. गैंगरेप की इस वारदात ने ओरमांझी थाने की कार्यशैली पर भी सवाल उठाया है क्युंकि दरिंदे रांची के ग्रामीण इलाकों में खुलेआम घूम रहे हैं. 15 वर्षीय पीड़िता ओरमांझी इलाके में अपनी मां के साथ छोटे-मोटे काम करके और कभी कभी भीख मांग कर गुजारा किया करती थी. मंगलवार की देर रात लड़की ओरमांझी के पंचायत सचिवालय के पास सोई हुई थी.
इसी दौरान कुछ युवक कार से लड़की के पास पहुंचे और उसे जबर्दस्ती कार में बिठा लिया. जिसके बाद नाबालिग को आनंदी बगीचा ले गए, जहां सभी ने लड़की के साथ दुष्कर्म किया. वारदात को अंजाम देने के बाद कार में सवार अपराधियों ने आनंदी बगीचा के पास सड़क पर नाबालिग को फेंक दिया और फरार हो गए. सबसे हैरानी की बात यह है कि ओरमांझी पुलिस के द्वारा इस मामले में पर्दा डालने की पूरी कोशिश की गई, ताकि बात मीडिया तक न पहुंचे.
बता दें कि जिस इलाके में गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया है, उस इलाके में ओरमांझी पुलिस का माइक और पीसीआर वाहन हमेशा पेट्रोलिंग करते रहता है. वहीं मामले की जानकारी के लिए ओरमांझी थानेदार आलोक सिंह को कई बार फोन किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया. बाद में रांची पुलिस के वरीय अधिकारियों ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपियों को गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक घटना में शामिल अपराधियों की तस्वीर पंचायत भवन के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है. उसके आधार पर घटना में प्रयोग की गई कार की तलाश भी की जा रही है.