रांची। आतंकी संगठन जमात उल दावा मुजाहिदीन बांग्लादेश(जेएमबी) के 104 संदिग्ध एनआईए की रडार पर हैं। एनआईए आईजी ऑपरेशन एंड इंटेलीजेंस जीपी सिंह ने जेएमबी के संदिग्धों की सूची झारखंड के डीजीपी कमलनयन चौबे के अलावे असम, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, त्रिपुरा और महाराष्ट्र डीजीपी को भेजी है। एनआईए ने राज्य पुलिस की एजेंसियों को निर्देश दिया है कि वह संदिग्धों की गतिविधि पर नजर रखें। एनआईए ने साल 2014 में वर्द्धमान में हुए धमाकों की जांच के क्रम में संदिग्धों को चिन्हित किया।
कौन कौन है एनआईए की रडार पर
झारखंड के साहिबगंज के बड़हरा थाना क्षेत्र के हुसैन, अजफर, हसीन मंसूर, बिहार के पूणिया का इरशाद आलम, कटिहार का अमीनुल हसन, कर्नाटक का मो इरशाद, मो अशफाक, तमिलनाडू का सैयद पाशा, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद का सागर, मोतीउर्र रहमान, रतन, हफीजुर इस्लाम, मकील शेख, जकारिया, अब्दुल अजीज, अनीशुर्र रहमान, इबादुर रहमान, अब्दुलाहिल काफी, जियाउल जंगीपुर, अनीशुर रहमान, गुलाम हुसैन, सादिक शेख, अमानुल्लाह, अनज, बख्तियार, नादिया का एनामुल, हारूण मुंशी, इजाबुल हक, तजामुल हक, अब्दुल वहाब, मोतीउर रहमान, मसूद, कबीरूल, वर्द्धवान का अशरफ, आबिद, असदुल्लाह, फारूख, हमीदुल शेख, अशदुल शेख, साहिदुल मलिक, अब्दुल अलीम, अब्दुल हकीम,अब्दुल कबीर, अताउर रहमान,अजद मुल्ला, नौशाद शेख, मुस्तफिज, अकबर, अशदुल्लाह शेख, शबादुल, वीरभूम का एजाज, अमानतुल्लाह, मोआज, नजबुल्हाल हक्कानी, 24 परगना की शहनाज बीबी, खानसा बीबी, मौलाना हबीबुल्लाह, बसीरहट का बाबू, अब्दुल कादिर, भादा, जुल्फिकार, साजिशद, मुन्ना, दक्षिण दीनापुर के अकरम डॉक्टर, नूर आलम, अब्दुल्लाह, अब्दुल रहीम, हफीज इमरान अली, बांग्लादेश का शाहिद, जहांगीर , जर्जिस, जमाल, रसूल, इनामुल, मुतालिब, मालदा का बिन अमीन, नजमुरूल, रघुनाथपुर का सलीम,आसाम की मोहसीना, मोमिना खातून, जाकिर हुसैन, मुस्तफीजुर रहमान, मनीरूल इस्लाम, सुलेमान, नुरूल, मुफ्ती शहीफुर रहमान, शाहजहां, रिजाउल, नजीरूल इस्लाम, सादिक, नजमू हक, मौलवी इम्तियाज, शफुर मुफ्ती, अबू बकर सिद्दिकी, नजीमुर, हाशिम, अताउल्लाह रहमान, मोहरूद्दीन को संदिग्ध के तौर पर चिन्हित किया गया है।
झारखंड के संदिग्ध जेएमबी से जुड़कर देते हैं आतंकियों को शरण
जमात उल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश से साहिबगंज के बड़हरा के हुसैन का जुड़ाव रहा है। हुसैन जेएमबी के गिरफ्तार साइक सुमन दामाद है। बड़हरा के ही सतगाझी निवासी व हुसैन के रिश्तेदार अजफर के बारे में जानकारी मिली है कि वह केरला में रह रहा है। वहां रहकर वह जेएमबी के संदिग्ध आतंकियों को शरण लेता है। हुसैन मंसूर भी केरला में रहकर आतंकी संगठनों को मदद करता है।
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