रांची: टेंडर कमीशन घोटाले के मामले में निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के सहयोगी राम प्रकाश भाटिया और नीरज मित्तल की मुश्किलें बढ़ गई हैं. पीएमएलए (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) की विशेष अदालत ने दोनों आरोपियों द्वारा दाखिल की गई डिस्चार्ज पिटीशन को खारिज कर दिया है. अदालत ने आरोपियों पर आरोप गठित करने के निर्णय को बरकरार रखा है.
बता दें कि इस मामले में ईडी की पहली बड़ी कार्रवाई 21 फरवरी 2023 को हुई थी, जब निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के रांची, जमशेदपुर, पटना और दिल्ली समेत कई ठिकानों पर छापेमारी की गई थी. इस छापेमारी के दौरान वीरेंद्र राम को गिरफ्तार कर लिया गया था. इसके बाद, ईडी ने 6 और 7 मई 2024 को कई इंजीनियरों, ठेकेदारों और पूर्व मंत्री आलमगीर आलम के OSD (ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी) संजीव लाल के ठिकानों पर भी छापेमारी की. छापेमारी में संजीव लाल के नौकर, जहांगीर आलम के ठिकाने से 32.20 करोड़ रुपये का कैश बरामद हुआ था। इसके बाद, ईडी ने आलमगीर आलम से दो दिन की पूछताछ की और 15 मई को उन्हें गिरफ्तार कर लिया था.