धनबाद: कोयलांचल के राजगंज स्थित बड्स गार्डन स्कूल के छात्र का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक छात्र जिसका नाम अमित कुमार ठाकुर है. वह इसी साल दसवीं सीबीएसई बोर्ड परीक्षा राजगंज के बड्स गार्डन स्कूल से पास हुआ है. वायरल वीडियो में उसने विद्यालय के चार शिक्षकों पर मारपीट और गाली देने का आरोप लगाया है. इस मामले को शिक्षा विभाग ने गंभीरता से लिया है और दोषी शिक्षकों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की बात कही है.
वायरल वीडियो में छात्र ने कहा है कि जब परीक्षा का परिणाम आया था तब उसे कम अंक आए थे. जिसके बाद गुस्से में उसने स्कूल में कुछ गमले तोड़े थे. स्कूल में जाकर जमकर हंगामा भी किया था. बाद में वह स्कूल अपने स्थानांतरण प्रमाण पत्र लाने गया था. स्कूल के प्राचार्य प्रमोद कुमार चौरसिया ने उसे 4 अगस्त के दिन के हंगामे को लेकर शिक्षकों से माफी मांगने को कहा. लेकिन जब वो शिक्षकों से माफी मांगने गया तो शिक्षकों ने भद्दी-भद्दी गालियां दी और उसकी जमकर पिटाई कर दी. छात्र के अनुसार लाठी मुक्के से उसे खूब पीटा और उठाकर पटक दिया. साक्ष्य के रूप में छात्र ने अपने पीठ और जांघ पर पिटाई का निशान भी दिखाया है.
प्राचार्य ने ऐसी घटना होने की बात से किया इनकार
बर्ड्स गार्डन स्कूल राजगंज के प्राचार्य प्रमोद चौरसिया कई संगठनों और समिति के महत्वपूर्ण पदों पर भी हैं. वो सहोदया स्कूल कॉम्प्लेक्स धनबाद चैप्टर के प्रवक्ता रह चुके हैं. प्रमोद कुमार वर्तमान में सहोदया स्कूल कॉम्प्लेक्स धनबाद चैप्टर के उपाध्यक्ष के पद पर हैं. फेडरेशन ऑफ अनएडेड स्कूल धनबाद भी इन्ही के नाम पर निबंधित होने की जानकारी है. जिला स्तरीय शिक्षण शुल्क समिति में निजी विद्यालयों के प्राचार्य प्रतिनिधि सदस्य के तौर पर भी उनका नाम संचिका में दर्ज था. जिसे फिलहाल रद्द कर दिया गया है. मामले में जब उनसे बात की गई तो उन्होंने छात्र के साथ शिक्षकों द्वारा मारपीट की घटना से इनकार किया है. उन्होंने बताया कि छात्र के 2 गुट स्कूल कैंपस के बाहर लड़ाई कर रहे थे. जिसे शिक्षकों ने जाकर शांत करवाया था.
दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई
वहीं जब मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो उन्होंने भी देखा है. किसी भी स्कूल प्रबंधन को छात्र के साथ ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए. छात्र ने भले ही गलती की हो. लेकिन उसके साथ मारपीट की घटना नहीं होनी चाहिए. मामले की जांच कराई जाएगी और स्कूल प्रबंधन के साथ-साथ दोषी पाए जाने वाले शिक्षकों पर भी कार्रवाई होगी.