जमशेदपुर: बुधवार को 351 नगाड़ों, ढोल और संगीत वाद्य यंत्रों की पारंपरिक धुन के साथ समाज के माझी परगना और टाटा स्टील के सीईओ एंड एमडी टीवी नरेंद्रन ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस दौरान कलाकारों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी. इसमें देशभर के 150 जनजातीय समूह के 2500 प्रतिनिधि शामिल हुए है. आदिवासियों की दशा-सीबी एक ऐसा कार्यक्रम है, जो न केवल देश-दुनिया के आदिवासियों को एक मंच पर लेकर आता है, बल्कि उनकी परंपरा, संस्कृति की रक्षा करते हुए उनके विकास की बात करता है. इस वर्ष भी कुछ ऐसे ही उद्देश्यों के साथ संवाद 2023 “मेरे साथ चलो-वॉक विद मी थीम” पर आधारित है.

संवाद हर वर्ष की तरह झारखंड के प्रतिष्ठित आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा को समर्पित है.बता दें कि इस कार्यक्रम में 150 जनजातीय समूह, 20 राज्य और दो केंद्र शासित प्रदेश से जनजातीय नेतृत्व कार्यक्रम समूह के 350 से अधिक जनजातीय चेंज मेकर्स वास्तविक जीवन के अनुभवों को साझा करने के लिए संवाद सम्मेलन में शामिल हुए है. 110 कारीगर द्वारा स्थापित 42 स्टॉल पर हस्तशिल्प के क्षेत्र के विशेषज्ञों के साथ कार्यशाला और सत्रों के साथ-साथ भारत भर के 37 आदिवासी समुदायों के 28 कला प्रारूपों को प्रदर्शित किया गया है.

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