Jamshedpur : 2000 में राज्य का गठन हुआ, लेकिन राज्य के औद्योगिक विकास में टाटा समूह की भूमिका बहुत पुरानी है. टाटा स्टील ने जमशेदपुर को एक आधुनिक शहर में तब्दील किया है. जहां हर नागरिक सुविधा उपलब्ध है. टाटा स्टील और जमशेदपुर के कारण ही झारखंड की पहचान जल, जंगल और जमीन के साथ-साथ औद्योगिक विकास से भी जुड़ी है.
देश का पहला व्यवस्थित शहर
जमशेदपुर का इतिहास भारतीय उद्योग के जनक जमशेदजी टाटा के विजन से जुड़ा हुआ है. जमशेदपुर को टाटा स्टील ने एक आधुनिक नगर के रूप में विकसित किया. यहां की चौड़ी सड़कें, छायादार वृक्ष, कर्मचारियों के लिए क्वार्टर, अस्पताल, स्कूल और कॉलेज, तथा तकनीकी शिक्षा के लिए शावक नानावटी टेक्निकल इंस्टीटयूट (एसएनटीआई) शहर को एक आदर्श नगर बनाते हैं. यह शहर आज देश के पहले व्यवस्थित शहरों में शामिल है.
टाटा स्टील और टाटानगर का इतिहास
टाटा स्टील जिसे पहले टिस्को (टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी) के नाम से जाना जाता था, 1908 में स्थापित हुआ था. इस कंपनी ने 1912 में अपना पहला इंगोट उत्पादन किया और 1947 में प्रथम विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश सरकार की मदद की. इसके बाद ब्रिटिश सरकार ने 1919 में टाटा स्टील के संस्थापक जमशेदजी टाटा के नास पर शहर का नाम जमशेदपुर रखा और कालीमाटी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर टाटानगर किया गया.
विकास की मिसाल
जमशेदपुर में विकास का एक मॉडल प्रस्तुत किया गया है, जहां बुनियादी सुविधाओं के साथ ही उत्कृष्ट इंफ्रास्ट्रक्चर है. यहां 117 साल पुरानी टाटा स्टील कंपनी के योगदान से शहर ने स्मार्ट सिटी की दिशा में कदम बढ़ाया है. यह शहर सफाई, साफ पेयजल और 24 घंटे निर्बाध बिजली के लिए मशहूर है.
आधुनिक सुविधाओं से लैस जमशेदपुर
जमशेदपुर में कई प्रमुख कंपनियां जैसे टाटा मोटर्स, टाटा कमिंस, इंडियन स्टील एंड वायर प्रोडक्ट्स (आइएसडब्ल्यूपी), और जेम्को स्थित हैं. जो स्थानीय और बाहरी युवाओं को रोजगार प्रदान करती हैं. इसके अलावा कीनन स्टेडियम, जेआरडी टाटा स्पोटर्स कॉम्प्लेक्स, एक्सएलआरआई बिजनेस स्कूल, टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच), और जुबिली पार्क जैसे आधुनिक सुविधाएं शहर को एक विकसित और समृद्ध स्थान बनाती हैं.
शहर का इतिहास और विकास
जमशेदपुर का इतिहास 1919 में वायसराय लॉर्ड चेम्सफोर्ड द्वारा शहर का नामकरण किए जाने से जुड़ा है. इसके अलावा टाटा स्टील की स्थापना, अस्पतालों, स्कूलों, स्टेडियमों, और अन्य सार्वजनिक सुविधाओं का निर्माण शहर के विकास में अहम योगदान साबित हुआ है. आज जमशेदपुर को न केवल औद्योगिक विकास के प्रतीक के रूप में देखा जाता है, बल्कि यह नागरिक जीवन की उच्चतम मानक स्थापित करने वाले शहरों में से एक बन चुका है.
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