नई दिल्ली : टाटा ग्रुप की कंपनियों निवेशकों की दौलत में ताबड़तोड़ इजाफा कर रही हैं. एक साल में कंपनियों की वैल्यू इतनी अधिक हो चुकी है कि इसने पाकिस्तान की पूरी इकॉनमी को पीछे छोड़ दिया है. IMF के आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान की इकॉनमी करीब 3.41 हजार करोड़ डॉलर की है तो दूसरी तरफ टाटा ग्रुप का मार्केट कैप करीब 3.65 हजार करोड़ डॉलर का है. टाटा की एक कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) तो 15 लाख करोड़ रुपये यानी 1.70 हजार करोड़ डॉलर के मार्केट कैप के साथ अकेले ही पाकिस्तान की आधी इकॉनमी के बराबर है.
अगर टाटा की अनलिस्टेड कंपनियों जैसे कि टाटा सन्स, टाटा कैपिटल, टाटा प्ले, टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स के साथ-साथ एयर इंडिया और विस्तारा के एयरलाइन कारोबार को भी गिना जाए तो टाटा ग्रुप की वैल्यू में 1.60- 1.70 हजार करोड़ डॉलर का इजाफा और हो जाएगा.
दमदार रिटर्न दे रही टाटा समूह की कंपनियां
पिछले एक साल में टाटा ग्रुप की कंपनियां – Tata Motors, Titan, TCS और Tata Power ने दमदार परफॉर्मेंस किया है, जिसके चलते इनके मार्केट कैपिटल में जबरदस्त बढ़ोत्तरी हुई है. टाटा ग्रुप की कंपनियों की संपति एक साल में दोगुना बड़ी है.
टाटा के लिए अच्छा प्रदर्शन करने वाली कंपनियों में TRF, Trent, Benaras Hotels, Tata Investment Corporation, भी शामिल है. बता दें कि टाटा ग्रुप की कंपनी Tata Capital अगले साल IPO लाने की प्लानिंग कर रही है. अभी कंपनी की मार्केट वैल्यू 2.7 लाख करोड़ रुपये की है.
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