रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन द्वारा रोजगार सृजन योजना में किया गया सरलीकरण आज स्वरोजगार करने वाले अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक वर्ग के लिए वरदान साबित हो रहा है।
अब स्वरोजगार अपना कर खुद मालिक और अन्य को भी रोजगार देने में सहायक बन रहें हैं। मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत विगत दो वित्तीय वर्ष 2021-22 एवं 2022-23 राज्य भर के 6272 युवाओं को स्वरोजगार के लिए सरकार ने 104.97 करोड़ रूपये का ऋण प्रदान किया है। वहीं वित्तीय वर्ष 2023-24 के करीब दो लाख युवाओं को इस योजना से लाभान्वित करने का लक्ष्य तय किया गया है।
योजना के तहत सबसे अधिक लाभुक पूर्वी सिंहभूम के हैं। यहां के 940 युवाओं को योजना का लाभ मिला और उनके बीच स्वरोजगार हेतु 6.26 करोड़ की राशि निर्गत हुई। दुमका के 657 युवाओं को योजना का लाभ मिला और स्वरोजगार के लिए इन्हें 11.66 करोड़ रूपये ऋण दिया गया। वहीं हजारीबाग में 567 युवाओं के बीच 7.31 करोड़ की राशि बतौर ऋण निर्गत हुई।