रांची : पारा शिक्षकों ने शनिवार को न्याय मार्च निकाला। यह मार्च मोरहाबादी से सीएम आवास तक का था, लेकिन मोरहाबादी मुख्य सड़क पर पुलिस बैरिकेडिंग कर इनको रोक दिया। पुलिस के सामने सहायक अध्यापकों ने बैरिकेडिंग हटाने की मांग की, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया। उसके बाद पारा शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क पर जमकर प्रदर्शन किया।
न्यायसंगत काम नहीं कर रही है सरकार
इस दौरान पारा शिक्षकों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर सरकार नियमित नहीं किया तो सहायक आर्चा परीक्षा में शामिल नहीं होंगे। उनलोगों ने वेतनमान की भी मांग की। उनका दावा है कि पिछले कई वर्षों से वे सरकारी स्कूलों में काम कर रहे हैं और अब सरकार नियमित नौकरी के लिए परीक्षा करवाने की बात कर रही है, जो न्यायसंगत नहीं है।
हेमंत सरकार ने पारा शिक्षकों का ठगा- प्रमोद कुमार
पारा शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने एक समय में वेतनमान देने का वादा किया था, लेकिन अभी तक यह पूरा नहीं हुआ है। उन्हें लग रहा है कि पारा शिक्षकों को ठगा जा रहा है। इसलिए, वे न्याय मार्च के माध्यम से मुख्यमंत्री के सामने अपनी मांगों को प्रस्तुत करने आए हैं। वर्ना, राज्य में करीब 15 हजार पारा शिक्षकों का उग्र आंदोलन हो सकता है।