रांची। निलंबित आईएएस पूजा सिंघल को आखिर 58 दिनों के बाद रिम्स से चिकित्सीय परामर्श के साथ डिस्चार्ज कर दिया गया है। मेडिकल बोर्ड ने उसे फिट घोषित कर उसका डिस्चार्ज पेपर शनिवार को ही बना दिया था। मेडिकल बोर्ड की बैठक यह निष्कर्ष निकला कि जब पूजा सिंघल के कार्डियोलाजी, न्यूरोलाजी और आर्थोपेडिक के डाक्टरों ने क्लीन चीट दे दी है तो उन्हें डिस्चार्ज किया जा सकता है।
रिम्स अधीक्षक डा हीरेंद्र बिरुआ ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पूजा सिंघल को नियमानुसार वापस होटवार जेल भेज दिया गया है। सारी प्रक्रियाएं पूरी कर ली गई है। संस्थान के पीआरओ डा राजीव रंजन ने बताया कि पूजा सिंघल की सेहत को लेकर शनिवार को ही बोर्ड की बैठक में उन्हें डिस्चार्ज करने का निर्णय ले लिया गया था। लेकिन कुछ कारणों की वजह से रविवार को डिस्चार्ज कर दिया गया।
पूजा सिंघल को 27 सितंबर को होटवार जेल से रिम्स में सीने में दर्द के बाद भर्ती कराया गया था। जहां से उनके आग्रह पर पेईंग वार्ड के कमरा नंबर ए-11 में भर्ती कराया गया था। मालूम हो कि यह वही कमरा है जहां पर लालू प्रसाद यादव भर्ती थे। सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ की समस्या के बाद रिम्स के कार्डियोलाजी विभाग के एचओडी डा प्रकाश कुमार की देखरेख उनका इलाज चल रहा था। इस बीच पूजा सिंघल को माइग्रेन की समस्या भी हुई थी। न्यूरोलाजी विभाग के डा सुरेंद्र प्रसाद ने भी उनका इलाज किया था। साथ ही पैर में झनझनाहट को लेकर रिम्स के आर्थोपेडिक विभाग के डाक्टरों की देखरेख में उनका इलाज चला था।
पूजा सिंघल को डाक्टरों ने सलाह दी है कि जब भी उन्हें जरूरत पड़े वे जेल मैन्यूअल के अनुसार रिम्स के ओपीडी या इमरजेंसी में आकर दिखवा सकती है। डा राजीव रंजन ने जानकारी देते हुए बताया पूजा सिंघल को डिस्चार्ज के वक्त दवा लेने व अन्य चिकित्सीय परामर्श दिया गया है।