रांची:* चर्चित सुषमा बड़ाईक पर फायरिंग मामले में रांची पुलिस पूरी तरह से रेस है. किसी भी कीमत पर फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है. मामले में पुलिस को कई सुराग हाथ लगे हैं, जिसके आधार पर पुलिस गोलीबारी में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है.
छापेमारी जारी:
रांची के हरमू हाउसिंग कॉलोनी निवासी सुषमा बड़ाईक पर हुई गोलीबारी मामले में पुलिस जांच में जुटी हुई है. एसएसपी किशोर कौशल की ओर से गठित एसआईटी ने अपराधियों की खोजबीन शुरू कर दी है. इस दौरान टीम को पता चला है कि इस वारदात को तीन अपराधियों ने मिलकर अंजाम दिया.
इसमें दो अपराधी रांची के बाहर के हैं, जबकि तीसरा अपराधी इसी शहर का ही रहने वाला है. पुलिस को घटना का सीसीटीवी फुटेज भी मिला है. सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि गोलीबारी की घटना के दौरान बाइक पर तीन अपराधी थे. घटना स्थल से कुछ दूरी के बाद बाइक पर दो ही अपराधी भागते हुए दिख रहे हैं. तीसरा अपराधी नहीं दिख रहा है.
पुलिस को आशंका है कि तीसरा अपराधी लोकल है. वह सिर्फ सुषमा की पहचान कराने के लिए अपराधियों के साथ बाइक पर बैठा था. घटना को अंजाम देने के बाद वह बीच रास्ते में कहीं पर उतर गया है. इधर, पुलिस अब तक करीब आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. पूछताछ के दौरान पुलिस ने एक अपराधी की पहचान कर ली है. शेष अपराधियों की पहचान करने के लिए पुलिस हिरासत में लिए गए लोगों पर दबिश कर रही है. पुलिस का दावा है कि जल्द ही अपराधी पुलिस की गिरफ्त में होंगे.
15 दिन से हो रही थी रेकी:
गोलीबारी की घटना की जांच कर रही पुलिस को जानकारी मिली है कि सुषमा बड़ाईक पर हमला करने वाले अपराधी पिछले 15 दिनों से उसकी रेकी की कर रहे थे. अपराधी वैसे स्थान की तलाश में थे, जहां भीड़ कम हो और वह क्षेत्र सीसीटीवी के दायरे में न आता हो.
कॉल डंप निकाल रही पुलिस:
रांची पुलिस की टीम गोलीबारी मामले में सहजानंद चौक का कॉल डंप निकाल रही है. यह पता कर रही है कि घटना के वक्त किन-किन लोगों का मोबाइल एक्टिव था. पुलिस का कहना है कि घटना के बाद अपराधी मोबाइल का इस्तेमाल जरूर किए होंगे. कॉल डंप से यह पता चल जाएगा कि किन-किन लोगों के बीच बातचीत हुई है. साथ ही हाल के दिनों में सुषमा बड़ाईक से फोन पर किन-किन लोगों की बातचीत हुई थी, उसका भी पुलिस कॉल डिटेल निकाल रही है. इसके बाद पुलिस सभी से पूछताछ करेगी.