गुजरात : गांधीनगर स्थित इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (गिफ्ट सिटी) में शराब से हटे प्रतिबंध के बाद सूरत के लोग पूरे गुजरात में शराब की बिक्री करने और पीने देने की अनुमति देने की मांग कर रहे हैं. सिर्फ पुरुष नहीं, बल्कि महिलाएं भी ये मांग कर रही हैं.  गांधीनगर की गिफ्ट सिटी में गुजरात सरकार द्वारा शराब पीने और बेचने की अनुमति दिए जाने का स्वागत सूरत के लोगों ने किया. लोगों का कहना है कि गुजरात में कागज पर शराबबंदी है. शराब तो हर जगह बिकती है. लिहाजा, सरकार को ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि लोग सरकारी और गुणवत्तापूर्ण शराब खुलकर पी सकें. पूरे गुजरात में शराब की पाबंदी हटाने से सरकार को भी आर्थिक रूप से फायदा होगा. सूरत या गुजरात के सीमावर्ती इलाकों के लोग पड़ोसी राज्यों में शराब पीने नहीं जाया करेंगे. शराब बिक्री शुरू होने से कई तरह के फायदे भी होंगे. सरकार को राजस्व का लाभ होगा.

निवेश करने वाली कंपनियों ने उठाया था मुद्दा

गुजरात में शराबबंदी के बीच सरकार ने गिफ्ट सिटी में शराबबंदी में छूट का बड़ा फैसला लिया है. यहां रहने वाले, काम करने वाले और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के विजिटर्स के लिए शराबबंदी के नियमों में ढील दी गई है. इसके तहत वाइन एंड डाइन फैसिलिटी में सरकार की तरफ से स्पेशल परमिट दिए जाएंगे, जहां बैठकर लोग शराब पी सकेंगे. माना जा रहा है कि गिफ्ट सिटी में निवेश करने वाली कंपनियों की ओर से कई बार शराबबंदी के मुद्दे को उठाने के बाद सरकार ने यह फैसला किया है.

पिछले दरवाजे से शराबबंदी हटाना चाहती सरकार- कांग्रेस

सरकार के इस फैसले का कांग्रेस पार्टी विरोध कर रही है. विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता अमित चावड़ा ने आरोप लगाया कि राज्य में पिछले दरवाजे से सरकार शराबबंदी हटाना चाहती है. आज एक जगह के लिए छूट दी गई है. आने वाले दिनों में दूसरी जगह के लिए भी इस तरह के नियम बनाए जाएंगे.

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