नई दिल्ली: कोलकाता में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है. सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई में तीन जजों की बेंच मंगलवार को इस पर सुनवाई करेगी। बेंच में जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा शामिल हैं.

पत्र याचिका ने उठाया मामला

9 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट को एक लेटर पिटीशन भेजी गई थी, जिसमें ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या का स्वतः संज्ञान लेने का आग्रह किया गया था. डेंटल साइंसेज के सिकंदराबाद आर्मी कॉलेज की बीडीएस छात्रा डॉ. मोनिका सिंह ने सीजेआई को पत्र भेजकर आरजी कर मेडिकल कॉलेज पर हुए हमले की निष्पक्ष जांच की मांग की है. याचिका में चिकित्सा संस्थानों में सुरक्षा उपायों को बढ़ाने के लिए दिशा-निर्देश जारी करने की अपील की गई है.

चिकित्सा समुदाय की सुरक्षा पर चिंता

कोलकाता की घटना ने चिकित्सा समुदाय के मनोबल को प्रभावित किया है. पत्र याचिका में उल्लेख किया गया है कि इस घटना ने पूरे देश में चिकित्सा समुदाय की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है. डॉ. मोनिका सिंह ने वकील सत्यम सिंह के माध्यम से भेजी गई पत्र याचिका में कहा है कि हमलों ने अस्पतालों के संचालन को बाधित किया है और चिकित्सा कर्मचारियों के बीच भय का माहौल पैदा किया है. उन्होंने कॉलेज और उसके कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए तत्काल केंद्रीय बलों की तैनाती का भी आग्रह किया है.

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