नई दिल्ली: थाईलैंड के सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन को नैतिकता के उल्लंघन के आरोप में पद से हटा दिया. अदालत ने एक सप्ताह पहले देश के मुख्य विपक्षी दल को भी भंग करने का आदेश दिया था, जिससे थाई राजनीति में भारी उथल-पुथल मच गई है. प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन के मंत्रिमंडल में एक विवादास्पद नियुक्ति शामिल थी. श्रेथा ने पिचिट चुएनबान को प्रधानमंत्री कार्यालय के मंत्री के रूप में नियुक्त किया था. पिचिट को 2008 में अदालत की अवमानना के आरोप में छह महीने की जेल हुई थी. उन पर आरोप था कि उन्होंने एक न्यायाधीश को रिश्वत देने की कोशिश की थी. सुप्रीम कोर्ट ने नौ जजों की पीठ के 5:4 के विभाजित मत से श्रेथा को दोषी ठहराया. अदालत ने कहा कि उनके इस कदम को नैतिकता का उल्लंघन मानते हुए उन्हें पद से हटा दिया गया है. अब तक संसद के द्वारा नए प्रधानमंत्री के चयन की कोई समय सीमा तय नहीं की गई है. जब तक नया प्रधानमंत्री नियुक्त नहीं होता, मौजूदा कैबिनेट कार्यवाहक आधार पर कार्य करती रहेगी.
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