Joharlive Team
रांची। झारखंड विधानसभा में मानसून सत्र की कार्यवाही शुरू हो गई है। 22 सितंबर तक सत्र चलेगा, जिसमें कार्य दिवस केवल तीन होंगे। शनिवार और रविवार अवकाश होगा। झारखंड विधानसभा भवन में कोरोना से बचाव को लेकर विशेष व्यवस्था की गई है।
सत्र के पहले दिन झारखंड विधानसभा में 2584 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया गया। बता दें कि इस सत्र में कई मुद्दों पर चर्चा होगी। इसमें सहायक पुलिस कर्मियों को स्थाई करने की मांग, बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य व्यवस्था जैसे जनहित मुद्दे उठाए जाएंगे। इसके साथ ही सत्र के पहले दिन विभिन्न क्षेत्रों के दिवंगत शख्सियत को श्रद्धांजलि दी गई।
इसके अलावा विधानसभा में झारखंड लैंड म्यूटेशन बिल नहीं लाया जा सका। आज विधानसभा पटल पर बिल को रखा जाना था। लेकिन विपक्ष के अलावा सत्ता पक्ष के कुछ विधायकों के विरोध को देखते हुए नहीं लाया गया विधेयक।
बिजली की लचर व्यवस्था को लेकर विधायक मनीष जायसवाल का धरना
झारखंड में बिजली की लचर व्यवस्था को लेकर हजारीबाग विधायक मनीष जायसवाल ने विधानसभा में धरना दिया। उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में बिजली की व्यवस्था आंख मिचोली जैसी बनी हुई है। वहीं, राज्य में विधि व्यवस्था बिगड़ती हुई नजर आ रही है। आए दिन राज्य में हत्या, लूट, नक्सलवाद उग्रवाद जैसी घटना हो रही है। उन्होंने कहा कि ये सरकार पिछली सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को भी बंद करने का काम कर रही है, जिससे आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि पूरे राज्य में बिजली की लचर व्यवस्था है। पूरे प्रदेश के किसी न किसी जिले में आए दिन लोग ट्रांसफार्मर जलने की शिकायत करते रहते हैं। सड़कों पर उतरकर आंदोलन करते हैं। उसके बावजूद भी लोगों की ट्रांसफार्मर जलने की समस्या दूर नहीं होती है। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग सीएम के पास है उसके बाद इसका समाधान नहीं हो रहा है। मौके पर भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, विधायक भानु प्रताप शाही ने भी विधायक मनीष जायसवाल का समर्थन किया।