नई दिल्ली : सुपरस्टार रजनीकांत ने आखिरकार राजनीति से हमेशा के लिए दूरी बनाने का बड़ा फैसला लिया है. सोमवार को इसका ऐलान करते हुए रजनीकांत ने बनाए गए संगठन रजनी मक्कल मंदरम को भी भंग कर दिया. इस मौके पर रजनीकांत ने कहा कि भविष्य में फिर राजनीति में आने का उनका कोई प्लान नहीं है. रजनीकांत की तरफ से आगे बताया गया कि बनाया गया संगठन अब रजनी रसीगर नरपानी मंदराम के नाम से जनता की भलाई के लिए काम करेगा ।
रजनीकांत के फिर से राजनीति में आने की थी चर्चा
बता दें कि रजनीकांत ने 29 दिसंबर, 2020 को ऐलान किया था कि वह राजनीति में नहीं आएंगे. लेकिन हाल में उन्होंने कहा था कि वह राजनीति में आने के बारे में फिर से चर्चा करेंगे. लेकिन अब उन्होंने आखिरकार सभी तरह के कयासों पर विराम लगा दिया है. रजनीकांत के फिर से राजनीति में आने की चर्चाओं के बीच तमिलनाडु की राजनीति में हलचल होने लगी थी.
बता दें कि दिसबंर 2020 में रजनीकांत ने खुद कहा था कि वह जनवरी 2021 में पार्टी लॉन्च करेंगे. यह सब तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव से पहले होना था. लेकिन दिसंबर के आखिरी हफ्ते में रजनीकांत ने यू-टर्न लिया और कहा कि वह राजनीति में शामिल नहीं होंगे. उसके बाद रजनीकांत के संगठन के कई सदस्यों ने DMK समेत अन्य पार्टियों को जॉइन कर लिया था.