नई दिल्ली : भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स और उनकी सहयोगी बुच विल्मोर गुरुवार को सुरक्षित अंतरिक्ष में पहुंच गईं. इस दौरान विलियम्स खुशी से नाचती नजर आईं. इसका एक वीडियो वायरल हो रहा है. बता दें, बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में सवार होकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) जाते समय अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनकी सहयोगी बुच विल्मोर ने उड़ान क्षमता (मैनुअल पायलटिंग) का भी परीक्षण किया. दोनों ने अंतरिक्ष यान के सदस्य के तौर पर इसका नियंत्रण अपने हाथों में लेकर इतिहास रच दिया. ऐसा करने वाली सुनीता पहली महिला बन गई हैं.
विलियम्स और विल्मोर का स्वागत घंटी बजाकर किया गया, जो आईएसएस की पुरानी परंपरा है. वहीं, अपने डांस पर सुनीता ने कहा कि चीजों को आगे बढ़ाने का यही तरीका है.
Hugs all around! The Expedition 71 crew greets Butch Wilmore and @Astro_Suni aboard @Space_Station after #Starliner docked at 1:34 p.m. ET on June 6. pic.twitter.com/wQZAYy2LGH
— Boeing Space (@BoeingSpace) June 6, 2024
26 घंटे का सफर
साथ ही, उन्होंने अपने शानदार स्वागत के लिए क्रू मेंबर्स का शुक्रिया अदा करते हुए उन्हें परिवार बताया. उन्होंने कहा, ‘मैं आप सभी को मिस नहीं कर रही हूं. आपको यह जानकर खुशी होगी कि मैं यहां अपने एक और परिवार के साथ हूं और मैं यहां बहुत खुश हूं.’ बता दें, विलियम्स और विल्मोर स्टारलाइनर उड़ाने वाले पहले क्रू मेंबर्स हैं. उन्होंने फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से लॉन्च होने के करीब 26 घंटे बाद बोइंग स्पेसक्राफ्ट को आईएसएस पर सफलतापूर्वक उतारा.
अभ्यास के कई कारण
बता दें, स्पेसक्राफ्ट आमतौर पर ऑटो होता है, लेकिन क्रू ने करीब दो घंटे की ऑटो फ्लाइट के दौरान खुद ही स्पेसक्राफ्ट को कंट्रोल किया. उन्होंने स्टारलाइनर को धरती की तरफ घुमाया ताकि सर्विस मॉड्यूल के पीछे लगे इसके कम्युनिकेशन एंटीना को ट्रैकिंग और डेटा रिले सैटेलाइट की तरफ मोड़ा जा सके. इसके बाद उन्होंने स्पेसक्राफ्ट को इस तरह घुमाया कि उसका मुंह सूरज की तरफ हो ताकि जरूरत पड़ने पर वे इंटरनल बैटरी को चार्ज कर सकें. इस पूरी एक्सरसाइज का मकसद यह दिखाना था कि अगर तीनों फ्लाइट कंप्यूटर एक साथ बंद हो जाएं तो वे स्पेस में काम कर सकते हैं. उन्होंने मैन्युअली स्पेसक्राफ्ट की स्पीड बढ़ाई और फिर उसे धीमा किया, ताकि जरूरत पड़ने पर क्रू स्पेस स्टेशन की ऑर्बिट से खुद को अलग कर सके.