पलामू: सोन नदी की बाढ़ में फंसे 40 से ज्यादा लोगों का सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया है. एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सभी फंसे हुए लोगों को निकाला. रविवार की देर रात सोन नदी में अचानक बाढ़ आ गई, जिसके कारण गढ़वा के हरिहरपुर के लोहरगाड़ा और मेरौनी गांव के डेढ़ दर्जन ग्रामीण और बिहार के रोहतास इलाके के करीब दो दर्जन ग्रामीण बाढ़ में फंस गए. जैसे ही खबर सामने आई कि ग्रामीण सोन नदी के डीला पर फंसे हैं. गढ़वा जिला प्रशासन ने पूरे मामले में पहल की और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. गढ़वा जिला प्रशासन ने पूरे मामले में एनडीआरएफ से संपर्क किया और बिहार के रोहतास जिला के प्रशासन से भी संपर्क किया गया. जिसके बाद एनडीआरएफ ने रोहतास इलाके में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सोन नदी के डीला पर फंसे 40 से ज्यादा ग्रामीणों को बाहर निकाला.
सभी ग्रामीणों को रोहतास इलाके में पहुंचा दिया गया है. “एनडीआरएफ ने बिहार इलाके में फंसे ग्रामीणों को रेस्क्यू कर लिया है. झारखंड और बिहार के ग्रामीण एक ही जगह पर फंसे हुए थे. रविवार देर रात से चलाए गए बचाव अभियान के बाद सोमवार सुबह तक सभी ग्रामीणों को निकाल लिया गया.” – रजनी रंजन, हरिहरपुर थाना प्रभारी सोन नदी में अचानक आए उफान के कारण लोहरगाड़ा और मेरौनी गांव के कमलेश चौधरी, शांति देवी, सुरेश चौधरी, सुनती देवी, भगमनिया देवी, मंगल चौधरी समेत कई अन्य ग्रामीण फंसे थे.
स्थानीय ग्रामीण कमलेश के अनुसार जहां ग्रामीण फंसे थे, वहां पानी लगभग घुटनों तक पहुंच गया है. ग्रामीणों की सूचना पर गढ़वा डीसी शेखर जमुआर ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कराया. हाई अलर्ट जारी वहीं बाढ़ की स्थिति को देखते हुए सोन नदी के तटीय इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. आम लोगों को भी फिलहाल सोन नदी के किनारे जाने से मना किया गया है. बढ़ते जलस्तर को देखते हुए खासकर बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश के इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है. गढ़वा और पलामू जिला प्रशासन ने सोन के तटीय इलाकों में लोगों से सतर्क रहने की अपील की है और मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है. लगातार बारिश के बाद सोन नदी का जलस्तर बढ़ रहा है. सोन नदी पर बने उत्तर प्रदेश के रिहंद डैम से भी पानी छोड़े जाने की सूचना है.