रांची : सीपीआई (एम) नेता सुभाष मुंडा की हत्या 26 जुलाई को अपराधियों ने गोली मारकर कर दी। इस हत्या के विरोध में लोगों ने चक्का जामकर अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की, लेकिन घटना के तीन दिन बाद भी हत्यारा पुलिस की पहुंच से दूर है। अभी तक पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी। पुलिस प्रशासन की इस कार्यशैली से सीपीआई (एम) ने नाराजगी व्यक्त की है और लॉ एंड ऑर्डर पर गंभीर सवाल उठाया है।

सीपीआई (एम) के पोलिट ब्यूरो सदस्य और पूर्व सांसद डॉ. रामचंद्र डोम और राज्य सचिव प्रकाश विप्लव ने सीपीआई नेता सुभाष मुंडा के हत्याकांड के आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग है। उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा है कि यह घटना चिंताजनक है। सुभाष मुंडा उस क्षेत्र के एक उभरते हुए नेता थे। यह हत्या राजनीतिक विद्वेष में भी किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि सुभाष मुंडा के पास पहले से बहुत खानदानी जमीन रही है। जमीन कारोबारी कहकर घटना की नरेटिव सेट किया जा रहा है। घटना के 3 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। झारखंड में लॉ एंड ऑर्डर की व्यवस्था लचर हो गई है। हमें लगता है यह सुपारी किलिंग है। हम लोगों ने स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बनाने की मांग की है। सिर्फ एसआईटी बनाने से काम नहीं चलेगा।

सीपीआई (एम) नेता कहा कि हम झारखंड सरकार और हेमंत सोरेन से अपील करते हैं कि यह बहुत महत्वपूर्ण मामला है। सरकार इसको प्रोएक्टिव तरीके से देखें और आरोपियों की गिरफ्तारी कर उन्हें जल्द से जल्द सजा दिलाएं। आगामी 3 अगस्त को तलावली में एक संवेदना सभा होगी जिसमें वृंदा करात भी मौजूद रहेंगी।

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