रांचीः झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की ओर से आयोजित नगरपालिका संवर्ग संयुक्त स्तरीय परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर शुक्रवार को विद्यार्थियों का गुस्सा सड़क पर उतरा. काफी संख्या में छात्रों ने मोरहाबादी मैदान से राजभवन तक सड़क मार्च किया. अधिकतर छात्र अपने हाथ में तख्तियां लिये हुए थे. सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे. छात्रों का कहना था कि आयोग द्वारा 29 अक्टूबर को जो परीक्षा ली गयी थी उसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है. सरकार से मांग कर रहे थे परीक्षा को पूरी तरह से रद्द कर फिर से आयोग परीक्षा आयोजित की जाये. छात्रों का कहना है कि जिस तरह से परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र के पेपर सील क्षतिग्रस्त पाये गए और प्रश्न पुस्तिकाओं के उपर क्रमांक में गड़बड़ी देखी गई इससे साफ पता चलता है कि परीक्षा में गड़बड़ी हुई है और आयोग ने जानबूझकर सीटों को बेचने के लिए इस तरह का कदम उठाया है.
सीबीआई से जांच की मांग
इस मौके पर JBKSS के नेता देवेंद्र नाथ महतो ने कहा कि जेएससीसी बडका चोर है, परीक्षा केंद्र पहुंचने से पहले ही क्वेश्चन बुकलेट और उत्तर पुस्तिका का लिफाफा खुल जाता है. यही जेएससीसी ने अड़ियल रवैया अपनाते हुए नोटिस जारी कर कहा था कि थी कि कोई गड़बड़ी नहीं हुई पर दो दिन के बाद ही इस बार झुकते हुए उन्हें कहना पड़ा कि हां गड़बड़ी हुई है, हां पेपर लीक हुआ है. जिसके कारण राज्य के 5 सेंटरों का एग्जाम रद्द किया है. देवेंद्र नाथ मह्यो ने कहा कि साफ साफ गड़बड़ी हुआ है और इस लिए हम गड़बड़ी के जांच CBI से करवाने की मांग करते हैं. और महामहिम राज्यपाल से इस बात की शिकायत और जांच की मांग को लेकर मोराबादी मैदान से राज्य भवन जा रहे हैं.
921 पदों के लिए हुई थी परीक्षा
नगरपालिका सेवा संवर्ग के विभिन्न पदों के लिए 29 और 30 अक्टूबर को रांची सहित पांच जिलों में परीक्षा आयोजित की गई है. झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा 921 पदों के लिए निकाले गए इस विज्ञापन में राजस्व निरीक्षक, उद्यान अधीक्षक, स्वच्छता एवं खाद्य निरीक्षक सहित विभिन्न पद हैं. ओएमआर शीट के जरिए दो-दो घंटे के दो पेपर की हुई इस परीक्षा में कई विषय के प्रश्न पुस्तिका का सील पेपर पहले से फटा हुआ पाया गया था.
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