बोकारो : जिले के लगभग सौ माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विधालय के सौ छात्र-छात्राओं को राज्य के बाहर दूसरे राज्य का शैक्षणिक भ्रमण के लिए ले जाया गया था, जो आज सभी बोकारो रेलवे स्टेशन पर वापस लौट आयें. वहीं कुलदीप अग्रवाल, सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी झारखण्ड शिक्षा परियोजना बोकारो के द्वारा बताया गया कि ये कार्यक्रम वैसे बच्चों के लिए है जो सुदूरवर्ती विद्यालय में पढ़ते है और कहीं बाहर की जगहों की जानकारी नहीं हो पाती है. वैसे बच्चों को सरकार के द्वारा बाहर के राज्यों मे ले जाकर ऐतिहासिक जगहों पर घुमा कर उसके बारे में जानकारी दिलाई जाती है जैसे बच्चों का बौद्धिक विकास हो. उसी क्रम में बच्चों को उड़ीसा राज्य के शैक्षणिक भ्रमण पर ले जाया गया था जो आज वापस आ गए और उन्हें उनके अभिवावक को सौंप दिया गया.
उसी क्रम में उड़ीसा राज्य के शैक्षणिक भ्रमण के बाद बच्चों में से एक छात्र नैंशी ने बताया कि ये भ्रमण बहुत ही ऐतिहासिक रहा. शायद हमलोगों में से कुछ बच्चे फिर से दुबारा ओड़िशा नहीं जा सकते है न ही मौका मिल पायेगा. उन्हें भुनेश्वर, पूरी एवं कोणार्क के विभिन्न दर्शनीय स्थानों के साथ विज्ञान केंद्र एवं संग्रहालय का भ्रमण करने का मौका मिला जिसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी सहित सरकार को धन्यवाद दिया. साथ ही कहा कि इस तरह के कार्यक्रम सरकार को हमेशा चलाते रहना चाहिए, जिससे सुदूरवर्ती इलाकों मे पढ़ने वाले बच्चों को मौका मिल सके और इसका लाभ उठा सके. ये पांच दिन कैसे बीत गया हमलोगों को पता ही नहीं चला. वहीं कुछ बच्चों ने बताया कि ये भ्रमण हमलोगों के लिए ऐतिहासिक भ्रमण रहा.
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