रांची: इन दिनों रांची यूनिवर्सिटी से संबद्धता प्राप्त और अंगीभूत कॉलेज के विद्यार्थी एक नई समस्या से जूझ रहे हैं. विद्यार्थियों की मानें तो एडमिशन के नाम पर कॉलेजों में अधिक पैसों की वसूली की जा रही है. वहीं विभिन्न मदों में पैसे लिए जा रहे हैं और उसका लाभ विद्यार्थियों को नहीं मिल रहा है. मामले को लेकर विद्यार्थियों ने रांची विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू से मुलाकात की है.

विभिन्न कॉलेजों के विद्यार्थियों के साथ-साथ डोरंडा कॉलेज के छात्र संघ की ओर से जानकारी दी गई कि कॉलेजों में कोरोना काल के दौरान स्पोर्ट्स, लाइब्रेरी समेत अन्य गतिविधियों के अलावा एडमिशन के नाम पर रुपये लिए गए थे और एक बार फिर कॉलेज प्रबंधकों की ओर से रीएडमिशन और दोबारा उन्हीं मदो में पैसों की वसूली की जा रही है. इस मामले को लेकर डोरंडा कॉलेज और विभिन्न कॉलेजों के प्रिंसिपल से छात्र संघ से जुड़े नेताओं ने जब संपर्क किया तो प्रिंसिपल ने अपना हाथ खड़े कर दिए और उन्हें विश्वविद्यालय से बात करने का सुझाव दिया.

विद्यार्थियों ने डीएसडब्ल्यू से मुलाकात की

 इन समस्याओं को लेकर शनिवार को विभिन्न कॉलेजों के विद्यार्थियों के साथ-साथ डोरंडा कॉलेज के छात्र संघ से जुड़े कार्यकर्ताओं ने रांची विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू आरके शर्मा से मुलाकात की और उन्हें इन समस्याओं से अवगत कराया है. इस दौरान छात्रों का कहना है कि स्पोर्ट्स, लाइब्रेरी और अन्य गतिविधियों के नाम पर कॉलेजों में कुछ भी नहीं होता है. इसके बावजूद उनसे इसके एवज में पैसे लिए जा रहे हैं. कोरोना काल में तो क्लासेस तक संचालित नहीं हुई. उसके बाद भी री-एडमिशन लिया जा रहा है. मौके पर इन समस्याओं को लेकर जब डीएलडब्लू राजकुमार शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह मामला वित्त विभाग का है. वित्त विभाग से विचार विमर्श करने के बाद इस मामले को शॉटआउट किया जाएगा.

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