रांची : जेपीएससी की परीक्षा आज विभिन्न परीक्षा केंद्रों में हो रही है. इसको लेकर आयोग भी सजग एवं सतर्क है. लेकिन राज्य के दो जिलों चतरा एवं जामताड़ा से जेपीएससी की परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों द्वारा बवाल किए जाने की खबर सामने आयी है. जानकारी के मुताबिक, चतरा के एक सेंटर में छात्रों का हंगामा देखने को मिल रहा है. दरअसल, उपेंद्रनाथ वर्मा इंटर कॉलेज स्थित परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थियों ने बवाल कर दिया है. जेपीएससी छात्रों द्वारा हंगामा किया जा रहा है. परीक्षा केंद्र प्रबंधन पर छात्र परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र लीक करने का आरोप लगाकर नारेबाजी कर रहे हैं.

छात्रों का आरोप है कि परीक्षा से पूर्व क्लास के बजाय प्रिंसिपल चेंबर में प्रश्न पत्र खोला गया है. हंगामा की सूचना पाकर दलबल के साथ मौके पर पुलिस पहुंच गई है. मामले में प्रिंसिपल धनेश्वर राम का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि प्रश्न पत्र कंट्रोल रूम में परीक्षा अवधि में नियमानुसार खोला गया है. पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई गई है. हंगामा कर रहे छात्रों के आरोपों को उन्होंने निराधार बताया.

वहीं, जामताड़ा जिला के मिहिजाम थाना क्षेत्र में बनाए गए सेंटर जेजेएस कॉलेज मिहिजाम से खबर आ रही है कि वहां भी जेपीएससी परीक्षा का पेपर लीक हो गया है. करीब 50 से 60 छात्रों द्वारा हंगामा किया जा रहा है. छात्रों का आरोप है कि क्वेश्चन पेपर लीक हो गया है. घटना के जानकारी मिलते ही मौके पर एसडीओ पहुंचकर छात्रों से बात कर रहे. एसडीओ का कहना है कि वह शांति से बैठकर पारदर्शी तरीके से फैक्ट चेक करवाने के लिए तैयार हैं. छात्र परीक्षा कैंसिल करने की गुहार लगा रहे हैं. उनका कहना है कि 10 बजे मोबाइल पर क्वेश्चन पेपर लीक हो गया है.

दरअसल, एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें स्कूल के बरामदा में कुछ छात्रों को प्रश्न पत्र हल करते हुए देखा गया है. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि यह वीडियो आज का है या नहीं. वीडियो की कोई आधिकारिक पुष्टि भी नहीं हुई है.

गड़बड़ी करनेवालों एवं अफवाह फैलानेवालों पर आयोग सख्त

बता दें कि जेपीएससी ने गड़बड़ी करनेवालों एवं अफवाह फैलानेवालों को सतर्क करते हुए कहा है कि ऐसे कृत्य में शामिल व्यक्ति के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. आयोग के सचिव के अनुसार, परीक्षा को लेकर किसी प्रकार के अफवाह व तथ्यविहीन सूचना को लिखना और उसका प्रसारण करना झारखंड प्रतियोगिता परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम व निवारण के उपाए) अधिनियम के प्रावधान में दंडनीय अपराध है.

 

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