बोकारो: जिले के गोमिया के ललपनिया में डीवीसी द्वारा लुगु पहाड़ में प्रस्तावित 1500 मेगावाट के हाइडल पॉवर प्रोजेक्ट के विरुद्ध लुगुबुरु घांटा बाड़ी धोराम समिति द्वारा ललपनिया में आहूत जन आक्रोश महाजुटान में पूरे देश से हजारों हजार संथाल आदिवासियों की भीड़ जुटी. कार्यक्रम की शुरुवात विशाल जुलूस के रूप में ललपनिया भ्रमण से हुई. जुलूस में पूरे देश से जुटे आदिवासी समाज के हजारों हजार संथाल आदिवासियों ने हाथों में पारंपरिक हथियार, तख्ती लेकर केंद्र सरकार व डीवीसी के विरुद्ध जोरदार नारेबाजी की और धार्मिक आस्था से जुड़े लुगू पहाड़ पर पॉवर प्रोजेक्ट लगाने के निर्णय वापसी की मांग किया. वहीं राज्य सरकार को भी चेताया.

आदिवासियों को जल जंगल जमीन से अलग करने की साजिश

जुलूस कार्यक्रम स्थल पहुंची जहां मंचासिन लोगों ने संबोधन में केंद्र सरकार तथा डीवीसी को सीधा अल्टीमेटम देते हुए कहा कि संथाल आदिवासियों की आस्था से जुड़े लुगू पहाड़ पर किसी भी कीमत में प्रोजेक्ट नहीं लगने दिया जायेगा. यह आदिवासियों को जल जंगल जमीन अलग करने की साजिश है. आज का यह महाजुटान एक झांकी है, सरकार अगर अपना निर्णय वापस नहीं लेगी तो हमलोग आगे उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे चाहें इसके लिए जान देना होगा या जेल जाना पड़े.

कई पावर प्लांट, पर लोगों को कितना बिजली मिलता है सभी को पता है

वहीं समिति अध्यक्ष बबली सोरेन ने कहा की ये संथाल आदिवासियों का सबसे बड़ा धर्म स्थली है जहां किसी प्रकार का छेड़छाड़ नहीं होना चाहिए नही तो आनेवाले समय में जोरदार आंदोलन होगा. उन्होंने कहा की हम विकास का विरोधी नहीं है लेकिन हमारा आस्था यहां जुड़ा हुआ है. वही संगठन के प्रवक्ता ने कहा की केंद्र और राज्य सरकार अगर इस पर पहल करे और हाइडल पावर प्लांट को दूसरे जगह शिफ्ट करे नहीं तो आनेवाले समय में जोरदार आंदोलन होगा. उन्होंने कहा की कई पावर प्लांट लगे है लेकिन झारखंड के लोगो को कितना बिजली मिलता है सभी को पता है. उन्होंने कहा की ये हमारा आस्था से जुड़ा हुआ मामला है.

ये भी पढ़ें:क्रिकेट के भगवान की बराबरीः देशवासियों को विराट ने अपने जन्मदिन पर दिया 49वां शतक का तोहफा

Share.
Exit mobile version