रांची: रांची के डोरंडा स्थित जैप-1 ऑडिटोरियम में 5 व 6 अक्टूबर को इंडियन सोसायटी ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के द्वारा राष्ट्रीय कांफ्रेंस गैस्ट्रोकॉन का आयोजन किया जा रहा है. इस सम्मेलन में झारखंड के अलावा देश भर के पसिद्ध गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट भाग लेंगे. अलग-अलग राज्यों से 200 से ज्यादा एक्सपर्ट इसमें शिरकत करेंगे. गुरुवार को प्रेस क्लब में ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ. मनोहर लाल प्रसाद और ऑर्गनाइजिंग चेयरमैन डॉ. प्रणव मंडल, को-चेयरमैन डॉ. जयंत घोष ने बताया कि इस गैस्ट्रोकॉन में पेट, लीवर, आंत जैसे रोगों के बारे विस्तार से चर्चा की जाएगी. किस बीमारी के इलाज में क्या-क्या एडवांसमेंट आया है ये भी बताया जाएगा. हम चिकित्सक मरीजों को कैसे और बेहतर चिकित्सा सुविधा दे सकें इसपर आपस में जानकारी साझा करेंगे. कौन से चिकित्सा पद्धति का इस्तेमाल दूसरे राज्यों में एक्सपर्ट डॉक्टर कर रहें हैं, झारखंड में किन एडवांसमेंट को अडॉप्ट कर यहां के मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जा सके यह हमारा फोकस होगा. डॉ. मनोहर लाल ने बताया कि मोटर डिस्फेजिया (खाना घोंटने में दिक्कत), पैनक्रियाटाइटिस, लीवर ट्रांसप्लांट, पेट में पानी भर जाने पर नया इलाज क्या है. हेपेटाइटिस बी के बारे में नए इलाज आदि की जानकारी आपस में साझा की जाएगी. मौके डॉ. प्रणव कुमार मंडल, डॉ. मनोहर लाल प्रसाद, डॉ. जयंत घोष, डॉ. रवीश रंजन, डॉ. चंदन यादव, डॉ. संगीत सौरभ, डॉ. सतीश मिढ़ा, डॉ. अखिलेश यादव, डॉ. अनिकेत अग्रवाल और डॉ. अंतरिक्ष कुमार मौजूद थे.

ये एक्सपर्ट डॉक्टर्स होंगे शामिल
इस नेशनल कॉन्फ्रेंस में दिल्ली से डॉ. अनील अरोड़ा, डॉ. पियुष रंजन, डॉ. विकास सिंघला, चंडीगढ़ से डॉ. एसके सिन्हा, कोलकाता के डॉ. संदीप पाल, आईएलबीएस नई दिल्ली के डॉ. अशोक चौधरी, डॉ. अमर मुकुंद, हैदराबाद के डॉ. जीवी राव, डॉ. कपील शर्मा समेत अन्य एक्सपर्ट डॉक्टर बतौर वक्ता शामिल रहेंगे. कॉन्फ्रेंस के दौरान लाइव सर्जरी के साथ-साथ बिहार-झारखंड के चिकित्सक पेट, आंत-लीवर आदि रोग पर अपने महत्वपूर्ण केस और विशेष शोध प्रस्तुत करेंगे.

स्पाई ग्लास से होगा ऑपरेशन
इस कॉन्फेंस में पहली बार लाइव वर्कशॉप जिसमें बिना चीर फाड़ के एंडोस्कोपिक पद्धति के द्वारा खाने में दिक्कत, एकक्लासिया कार्डिया का ऑपरेशन, पैनक्रियाज से संबंधित बीमारी, पैनक्रिएटिक सिडोसिस्ट का ड्रेनज, ईआरसीपी के द्वारा पीत्त की नली में स्थित बड़े-बड़े स्टोन का स्पाई ग्लास के द्वारा ऑपरेशन किया जाएगा. साथ ही पीजी स्टूडेंट्स के ज्ञानवर्धन के लिए गैस्ट्रोक्विज और पोस्टर प्रोजेंटेशन का भी आयोजन किया गया है.

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